Jasprit Bumrah Broke Record, IND vs SA: कोलकाता टेस्ट मैच के दौरान भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) ने एक बार फिर अपनी घातक गेंदबाजी का जलवा दिखाया. साउथ अफ्रीका के रयान रिकेल्टन (Ryan Rickelton) को बोल्ड कर उन्होंने न सिर्फ भारत को शुरुआती सफलता दिलाई, बल्कि अपने इंटरनेशनल करियर में एक बड़ा कीर्तिमान भी अपने नाम कर लिया. इस विकेट के साथ बुमराह अब इंटरनेशनल क्रिकेट में भारत की ओर से सबसे ज्यादा बार बल्लेबाजों को बोल्ड करने वाले गेंदबाजों की सूची में तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं. उन्होंने रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) को पीछे छोड़ते हुए यह उपलब्धि हासिल की.
बुमराह ने तोड़ा अश्विन का रिकॉर्ड
रयान रिकेल्टन को बोल्ड करना बुमराह के लिए एक खास पल इसलिए भी रहा क्योंकि इसी गेंद पर उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में 151वीं बार किसी बल्लेबाज को बोल्ड आउट किया. इसके साथ ही उन्होंने अश्विन के 151 बोल्ड विकेट के रिकॉर्ड को पार कर लिया. अश्विन ने अपने करियर में अब तक 152 बल्लेबाजों को बोल्ड आउट किया है, जबकि बुमराह अब इस संख्या से भी आगे निकल चुके हैं और लगातार अपना रिकॉर्ड बेहतर कर रहे हैं. बुमराह की यह उपलब्धि इसलिए भी खास मानी जा रही है क्योंकि वे एक तेज गेंदबाज हैं और तेज गेंदबाजों के लिए इतनी बड़ी संख्या में बोल्ड विकेट हासिल करना आसान नहीं माना जाता.
कुंबले के क्लब में बुमराह की एंट्री
इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार बल्लेबाजों को बोल्ड करने वाले भारतीय गेंदबाजों की बात करें, तो इस मामले में अनिल कुंबले सबसे आगे हैं. कुंबले ने अपने शानदार करियर में 186 बल्लेबाजों को बोल्ड आउट किया था. उनके बाद कपिल देव का नाम आता है, जिन्होंने 167 बार बल्लेबाजों के स्टंप उखाड़े. अब बुमराह इस सूची में तीसरे नंबर पर आ गए हैं, जबकि चौथे स्थान पर रवि अश्विन और पांचवें पर रविंद्र जडेजा मौजूद हैं. यह उपलब्धि दिखाती है कि बुमराह ने अपने छोटे से इंटरनेशनल करियर में किस तरह लगातार मैच दर मैच अपनी गेंदबाजी को नया स्तर दिया है.
मुरलीधरन दुनिया में नंबर वन
अगर इंटरनेशनल क्रिकेट के सभी गेंदबाजों की बात की जाए, तो सबसे ज्यादा बोल्ड विकेट लेने का रिकॉर्ड श्रीलंका के दिग्गज स्पिनर मुथैया मुरलीधरन के नाम है. उन्होंने 495 मैचों में 290 बार बल्लेबाजों को बोल्ड किया है. यह आंकड़ा इस बात का सबूत है कि मुरलीधरन क्रिकेट इतिहास के सबसे बड़े गेंदबाजों में से एक हैं. हालांकि बुमराह अभी इस सूची में काफी पीछे हैं, लेकिन जिस गति से वे आगे बढ़ रहे हैं, उससे उम्मीद जताई जा सकती है कि आने वाले समय में वे इंटरनेशनल स्तर पर भी टॉप गेंदबाजों की सूची में मजबूती से अपनी जगह बना सकते हैं.
मैच का हाल
कोलकाता टेस्ट में साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने शुरुआती ओवरों से ही दबाव बनाना शुरू कर दिया. बुमराह ने पहले रिकेल्टन और फिर एडेन मार्कराम को आउट कर भारत को दो बड़ी सफलताएं दिलाईं. इसके बाद कुलदीप यादव ने कप्तान टेम्बा बावुमा का विकेट लेकर साउथ अफ्रीका को और मुश्किल में डाल दिया. लंच के समय तक साउथ अफ्रीका का स्कोर तीन विकेट पर 105 रन था, जो बताता है कि भारतीय गेंदबाजों ने परिस्थितियों का पूरा फायदा उठाया.
टीम इंडिया को मिला फायदा
बुमराह की शुरुआती सफलता ने भारतीय टीम को मैच में मजबूत स्थिति में ला दिया. तेज गेंदबाजी में उनकी स्विंग और सटीक लाइन-लेंथ ने साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों को लगातार परेशान किया. शुरुआती विकेट गिरने के बाद भारतीय कप्तान को भी अपनी रणनीति को आक्रामक बनाए रखने का मौका मिला. मैच का यह चरण ये साबित करता है कि बुमराह जब लय में होते हैं, तो किसी भी बल्लेबाज के लिए क्रीज पर टिकना आसान नहीं होता.
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