तिरुवम्बाड़ी,मुक्कम (केरल) : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह गैर-भाजपा शासित राज्यों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है.
साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि भगवा पार्टी ‘नफरत और क्रोध’ में अंधी हो चुकी है. कांग्रेस अध्यक्ष ने मोदी की शनिवार की एक टिप्पणी पर संदेह जताते हुए यह आरोप लगाया. दरअसल, प्रधानमंत्री ने कहा था कि उनकी वाराणसी लोकसभा सीट के समान ही केरल भी उन्हें प्यारा है.
हालिया लोकसभा चुनाव में वायनाड से निर्वाचित होने के बाद लोगों को धन्यवाद देने के लिए अपनी तीन दिवसीय यात्रा संपन्न करते हुए राहुल ने कहा कि भाजपा आरएसएस की विचारधारा का पालन नहीं करने वालों को गैर-भारतीय के रूप में देखती है और उन्होंने इस कथित पूर्वाग्रह के खिलाफ लड़ने का संकल्प लिया.
वायनाड, मलप्पुरम और कोझीकोड जिलों में फैले अपने निर्वाचन क्षेत्र में राहुल ने 10 से अधिक रोड शो किये. वह आज दोपहर कोझीकोड हवाईअड्डा से दिल्ली रवाना हो गए. वह वायनाड से जीतने के बाद पहली बार यहां आए थे. अपनी यात्रा के आखिरी दिन उन्होंने कोझीकोड जिले के दो छोटे कस्बों एंगापुझा और मुक्कम में मतदाताओं का शुक्रिया अदा करने के लिए रोड शो किया.
उन्होंने मोदी और भाजपा पर इस दौरान हमला बोला. अपने रोड शो के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि मोदी ने भारत के लोगों को बांटने का काम किया है, जिसकी कीमत देश को चुकानी पड़ेगी. उन्होंने कहा, मुझे यह उम्मीद नहीं है कि प्रधानमंत्री केरल के हितों की रक्षा करेंगे. मैं अपने अनुभव से जानता हूं कि प्रधानमंत्री का मानना है कि भाजपा शासित राज्य कांग्रेस या अन्य दलों द्वारा शासित राज्यों से अलग हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, मैं जानता हूं कि प्रधानमंत्री केरल के लिए उस तरह कभी नहीं सोचेंगे, जैसा वह उत्तर प्रदेश के लिए सोचते हैं क्योंकि यहां (केरल में) माकपा का शासन है. वह (मोदी) यहां आते हैं और जो कुछ भी चाहते हैं, उसे कहते हैं. उन्होंने शनिवार को केरल के गुरुवायूर में दिए मोदी के भाषण का जिक्र करते हुए यह कहा.
गौरतलब है कि शनिवार को गुरुवायूर मंदिर में पूजा अर्चना के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि भाजपा महज चुनावी राजनीति नहीं कर रही है, बल्कि वह भारत को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उसका स्थान दिलाने के लिए काम कर रही है. उत्तर प्रदेश के अपने संसदीय क्षेत्र का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा था, लोकतंत्र में चुनावों का अपना स्थान है और जीतने वाले की जिम्मेदारी है कि वह 130 करोड़ लोगों का ख्याल रखे.
जिन्होंने हमें जिताया और जिन्होंने नहीं, वे सभी हमारे हैं. केरल भी मुझे उतना ही प्यारा है जितना प्यारा बनारस है. हालांकि, कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि केरल के विकास में उन्हें प्रधानमंत्री और भाजपा नीत केंद्र सरकार से किसी प्रकार के सहयोग की आशा नहीं है.
राहुल ने शनिवार को वायनाड लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाले कलपेटा के माकपा विधायक से हुई अपनी मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा कि वैचारिक मतभेद (कांग्रेस और वाम दल के बीच) हो सकते हैं, लेकिन अपने मतभेदों को किनारे रखते हुए दोनों ही वायनाड के विकास के लिए काम करेंगे.
उन्होंने कहा, हमारे वैचारिक मतभेद हो सकते हैं…लेकिन वायनाड के भविष्य के लिए हम कई चीजों पर सहमत हैं. उन चीजों पर मैं सहयोग करना चाहूंगा. उन्होंने कहा, दुख की बात तो यह है कि मैं इस तरह के सहयोग की हमारे प्रधानमंत्री से या भाजपा से उम्मीद नहीं कर सकता. क्योंकि वे गुस्से में अंधे हैं. क्योंकि या तो आप आरएसएस की विचारधारा का पालन करिए या फिर आप भारतीय नहीं हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष ने इस कथित पूर्वाग्रह से लड़ने का संकल्प लेते हुए कहा, मैं आपसे वादा करता हूं हम नागपुर(संघ मुख्यालय) से शासित नहीं होंगे. उन्होंने मुक्कम में कहा कि कोई भी देश अपने लोगों को बांट कर मजबूत नहीं हुआ है. उन्होंने कहा, नरेंद्र मोदी भारत के लोगों को बांट रहे हैं. उनका विचार मुख्य रूप से बांटने वाला है. आज के भारत में लोग गुस्से में हैं। यह विभाजन देश के लिए एक भारी मुसीबत बनने जा रहा है.
आखिरी दो दिनों में एंगापुझा और मुक्कम में रोड शो के दौरान महिलाओं और बच्चों सहित पार्टी कार्यकर्ताओं ने राहुल का अभिवादन किया. कई लोगों ने जो टी शर्ट पहने रखे थे, उस पर लिखा था, राहुल हमें आपकी जरूरत है. कांग्रेस अध्यक्ष आज कोझीकोड में सेवानिवृत्त नर्स राजम्मा ववाथिल से भी मिले, जिन्होंने दिल्ली के एक अस्पताल में 19 जून 1970 को राहुल के जन्म के बाद उनकी देखभाल की थी.
राजम्मा के लिए अब युवा हो चुके राहुल को अपने सामने देखने के बाद अपनी खुशी को संभाल पाना बहुत मुश्किल था. केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने राजम्मा का हाथ पकड़कर उनको गले लगाया और उनके परिजनों से मुलाकात की. ये सभी लोग यहां स्थित एक अतिथि गृह में राहुल से मिलने आए थे.