सिलीगुड़ी/बालुरघाट. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले के विरूद्ध विरोधियों द्वारा लगातार आंदोलन किये जाने के बीच वाम मोरचा (वामो) ने सोमवार को बंगाल बंद का आह्वान किया. वामो के इस बंद का उत्तर बंगाल में मिलाजुला असर देखा गया. वहीं, सिलीगुड़ी में भी आंशिक असर ही रहा. एक तरह से कहें तो यहां जन जीचन पर कोइ असर नहीं पड़ा.
कहीं से भी किसी तरह की गड़बड़ी की खबर नहीं मिली है. साथ ही किसी के गिरफ्तारी की भी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. दूसरी ओर, वामो की बंद के समर्थन में निकाली गयी रैली के बावजूद सिलीगुड़ी व आस-पास के चाय बागानों में सामान्य दिनों की तरह ही कामकाज हुआ. सिलीगुड़ी की सड़कों पर दिन भर वाहनें सरपट दौड़ती रही. सरकारी, गैर-सरकारी बसों, सिटी ऑटो, टोटो, रिक्शा वैन सभी दिन भर चले. मुसाफिरों, मरीजों को इस बंद में खास परेशानी नहीं झेलनी पड़ी. वहीं, केंद्र व राज्य सरकार के सभी कार्यालय खुले हुए थे.
बैंक और हर तरह के सरकारी दफ्तर भी खुले रहे. अधिकारियों व कर्मचारियों ने अपने दफ्तरों में हाजरी भी लगायी और दफ्तरों में दिनभर कामकाज हुआ. हालांकि सिलीगुड़ी के अधिकांश थोक बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा. गल्ले मालों की उत्तर बंगाल में सबसे बड़ी मंडी नया बाजार, कच्चे मालों की मंडी सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट, हार्डवेयर-इलेक्ट्रिक मार्केट सेवक रोड, स्वर्णाभूषणों की बड़ी मार्केट हिलकार्ट रोड की सोनापट्टी व खुदीराम पल्ली दिन भर बंद रहे. लेकिन सेनेटरी मार्केट चर्च रोड व चप्पल पट्टी खुला रहा. खुदरा बाजार हांगकांग मार्केट, विधान मार्केट, सेठ श्रीलाल मार्केट में आंशिक रूप से दुकाने खुली रही. वहीं, विधान मार्केट का सब्जी बाजार, खालपाड़ा सब्जी बाजार, चंपासारी बाजार, हैदरपाड़ा बाजार के अलावा गली-मुहल्लों के बाजार भी दिनभर खुले रहे.
बंद के समर्थन में कॉमरेड उतरे सड़क पर : बंद के समर्थन में कॉमरेड सिलीगुड़ी के सड़कों पर उतरे. सिलीगुड़ी के माकपा विधायक सह मेयर अशोक भट्टाचार्य, वामो के दार्जिलिंग जिला सचिव जीवेश सरकार, नक्सली संगठन सीपीआइ (एमएल) के केंद्रीय कमेटी के प्रवक्ता अभिजीत मजुमदार की अगुवायी में सिलीगुड़ी में बंद के समर्थन में रैली भी निकाली गयी, लेकिन शांतिपूर्ण रैली के मद्देनजर पुलिस ने किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया. रैली स्थानीय हिलकार्ट रोड स्थित जिला पार्टी मुख्यालय अनिल विश्वास भवन के सामने से दिन के 11.05 बजे शुरू हुई जो प्रमुख मार्गों का परिभ्रमण कर वापस हाशमी चौक में 11.25 बजे पहुंचकर समाप्त हुआ. इससे पहले बंद के मद्देनजर वाम नेता, कार्यकर्ता व समर्थक भारी तादाद में सुबह से ही पार्टी मुख्यालय के सामने जमा हुए. रैली निकाले या नहीं यह सोचने में ही जिला नेतृत्व घंटों समय बर्बाद कर दिया. जब रैली निकालने पर राजी हुए तब-तक कार्यकर्ता व समर्थक गिन-चुने ही रह गये. औसत से काफी कम संख्या के बावजूद बंद के समर्थन में रैली निकाली गयी.
बंद सफल, मोदी की तानाशाही बर्दाश्त नहीं- अशोक
मोदी सरकार की नोटबंदी के विरूद्ध वामो के भारत बंद को सफल करार देते हुए माकपा के सचिव मंडली कमेटी के सदस्य अशोक भट्टाचार्य ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि मोदी की तानाशाही अब और बर्दाश्त नहीं की जा सकती. मोदी अपनी मनमरजी जबरन देशवासियों पर थोपना चाहते हैं. देश की आम जनता महंगायी से पहले से ही त्रस्त है. अब मोदी ने अचानक नोटबंदी का एलान कर जनता को दोहरी मार झेलने को मजबूर कर दिया है. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि नोटबंदी से कालाधन व भ्रष्टाचार बंद होगा या नहीं,यह तो पता नहीं लेकिन मोदी गरीबों के मुंह से निवाले छिन रहे हैं. चाय बागानों के श्रमिक जिल्लत भरी जिंदगी जीने को मजबूर हैं. श्री भट्टाचार्य ने पूरे देश के साथ-साथ सिलीगुड़ी में भी बंद को सफल बताया. उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी में बंद को जिस तरह लोगों का समर्थन मिला, सभी धन्यवाद के पात्र हैं.
अन्य स्थानों पर भी बंद बेअसर
बालूरघाट.दक्षिण दिनाजपुर जिले में भी बंद का कोइ असर नहीं देखा गया. बालुरघाट से हमारे संवाददाता के अनुसार बंद के दौरान कहीं भी कोइ अप्रिय घटना नहीं घटी.सभी सरकारी कार्यालय,स्कूल-कॉलेज खुले हुए थे. वाहनों की आवाजाही भी सामान्य रही. दुकाने और बाजार भी खुले हुए थे.पड़ोसी उत्तर दिनाजपुर जिले में भी बंद का कोइ असर नहीं पड़ा.
जलपाइगुड़ी. जलपाइगुड़ी और अलीपुरद्वार जिले में भी बंद का कोइ असर नहीं पड़ा.तृणमूल नेता विधायक सौरभ चक्रवर्ती ने कहा कि दोनों जिलों में बंद का कोइ असर नहीं पड़ा है. माकपा बंद के समर्थन में अपने कैडरों को लेकर रैली तक नहीं निकाल पायी.चाय उद्योग पर भी बंद का कोइ असर नहीं पड़ा है.