दूसरी तरफ स्कूल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तृणमूल नेता अजय साह के नेतृत्व में न केवल स्कूल में तोड़फोड़ की घटना घटी, बल्कि प्रधानाध्यापक संदीप गुन को भी स्कूल से बाहर निकाल दिया गया. प्राप्त जानकारी के अनुसार, शहर के अन्य स्कूलों के साथ ही इस स्कूल में भी नौवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा सोमवार को होनी थी. लेकिन अचानक इस परीक्षा को रद्द करने की घोषणा कर दी गई. बताया गया है कि परीक्षा का प्रश्न-पत्र एक गैर सरकारी प्रेस को छापने के लिए दिया गया था. आज बंद होने की वजह से उस प्रेस ने प्रश्न-पत्र देने में अपनी असमर्थता जाहिर की.
उसके बाद ही स्कूल के नोटिस बोर्ड पर 6 दिसंबर को परीक्षा होने की बात कही गई. इस नोटिस को देखते ही छात्रों का गुस्सा भड़क गया. प्रधान शिक्षक संदीप गुन ने बताया है कि छात्रों तथा उनके अभिभावकों ने उन्हें ही स्कूल से बाहर कर दिया. इसके अलावा कई क्लास रूमों में जाकर टेबुल तथा कुर्सियों को तोड़ दिया गया. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इस तोड़फोड़ की घटना में कुछ बाहरी तत्व भी शामिल थे. हालांकि उन्होंने युवा तृणमूल नेता का नाम लेने से इंकार कर दिया. दूसरी तरफ परीक्षार्थियों तथा उनके अभिभावकों का कहना है कि बच्चे जब परीक्षा देने के लिए यहां आये तब उन्हें परीक्षा टलने की सूचना दी गई. वह भी नोटिस के माध्यम से बच्चों को इसकी जानकारी मिली. इनका कहना है कि परीक्षा टलने की जानकारी पहले ही दी जानी चाहिए थी, ताकि बच्चे परेशान होने के लिए स्कूल नहीं आते.
इधर, तृणमूल शिक्षा सेल के अध्यक्ष सचिन चन्द्र राय का कहना है कि बंद की वजह से कई बच्चे परीक्षा देने के लिए स्कूल नहीं आ सके. इसी वजह से परीक्षा की तिथि आगे बढ़ायी गई है.