मालदा : ओल्ड मालदा ब्लॉक की साहापुर ग्राम पंचायत के नित्यानंदपुर गांवके जिस मैदान में 22 जनवरी को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित साह की सभा हुयी थी. बुधवार को उसी मैदान में तृणमूल कांग्रेस ने जबावी सभा की. सभा में तृणमूल के मालदा जिले के पर्यवेक्षक तथा राज्य के परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी और मालदा उत्तर की सांसद मौसम नूर की खास उपस्थिति रही.
इसके अलावा उत्तर बंगाल विकास मंत्री रवींद्रनाथ घोष, इसी विभाग के राज्य मंत्री बच्चू हांसदा, पर्यटन मंत्री गौतम देव, मालदा जिला परिषद के अध्यक्ष गौड़ चंद्र मंडल, विधायक निहार घोष, इंगलिश बाजार नगरपालिका के उप चेयरमैन बाबला सरकार भी मौजूद रहे. सभा के दौरान केंद्र की मोदी सरकार को झूठा और ठगने वाला बताकर जमकर हमला किया गया.
सभा में स्थानीय लोगों की भारी भीड़ देखी गयी. मैदान से लेकर सड़क पर करीब दो किलोमीटर दूर तक तृणमूल कार्यकर्ता उपस्थित थे. तृणमूल की किसी जनसभा में अपना पहला भाषण देते हुये मौसम नूर ने कहा कि दो दिन पहले मैं ममता बनर्जी और शुभेंदु अधिकारी का हाथ पकड़कर तृणमूल में शामिल हुयी हूं. इसके बाद से उन्हें जो प्यार मिला है, उससे वह अभिभूत हैं.
यह भरोसा पैदा करता है कि उन्होंने सही फैसला लिया है. वहीं अपने संबोधन में शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि आज की सभा में जो भीड़ है वह बाहर से नहीं लायी गयी है. करोड़ों-करोड़ खर्च कर अमित शाह केवल झूठ बोलकर गये हैं. अमित शाह ने कहा कि ब्रिगेड मैदान में भारत माता की जय और बंदे मातरम के नारे नहीं लगते.
लेकिन बंगाल में हर कोई जानता है कि असल में बंदे मातरम और भारत माता के नारे कौन लगाता है. भाजपा इसी तरह का झूठ फैलाकर देश चला रही है. अच्छे दिन के नारे पर केंद्र की भाजपा सरकार आयी, लेकिन जनता की जगह कुछ और लोगों के अच्छे दिन आ गये.
शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि पंचायत चुनाव के दौरान ही यह साफ हो गया है कि राज्य में मुकाबला सांप्रदायिक दल और तृणमूल के बीच होगा. अभी भी जो लोग तृणमूल के बाहर हैं, वे मौसम नूर के रास्ते का पालन करें और तृणमूल में शामिल हो जायें. उन्होंने कहा कि केंद्र में जिस भी पार्टी की सरकार आये उसके नियंत्रक की भूमिका में तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ही रहेंगी.
इसके लिये हमलोग ममता दीदी के हाथों में राज्य की सभी 42 लोकसभा सीट सौंपना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ही अकेली नेता हैं जो विकास करती हैं और समाज को बांटती नहीं हैं. सभा को संबोधित करते हुये रवींद्रनाथ घोष और गौतम देव ने कहा कि बंगाल की जनता राजनीतिक रूप से जागरूक है और वह कभी मोदी और अमित साह को स्वीकार नहीं करेगी
मालदा : पहली बार तृणमूल की सभा का हिस्सा बनीं मौसम नूर
मालदा : तृणमूल में शामिल होने के बाद अपनी पहली ही जनसभा में मौसम नूर छा गयीं. जैसे ही उन्होंने अपना भाषण शुरू किया, पूरा मैदान तालियों से गूंज उठा. सभा के मुख्य वक्ता परिवहन मंत्री शुभेंदू अधिकारी थे, लेकिन स्थानीय जनता की निगाहें मौसम नूर पर ही रहीं. जनता से मिल रहे समर्थन से आह्वादित मौसम नूर ने कहा कि मालदा अब तृणमूल का जिला है.
कांग्रेस छोड़कर आने के बाद दो दिनों में ही जनता से उन्हें भरपूर प्यार मिल रहा है. उन्होंने बताया कि उनके इलाके के एक लड़के की सरकारी नौकरी के लिये परीक्षा देने जाने के दौरान मौत हो गयी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तुरंत मदद का हाथ बढ़ाया और दो लाख रूपये की आर्थिक सहायता उस परिवार को दी गयी. साथ ही सरकार ने परिवार को नौकरी का भी आश्वासन दिया है.
ऐसा एक नहीं बल्कि अनेक मामले हैं. जब तृणमूल सुप्रीमों ममता बनर्जी जनता के दुख-दर्द में खड़ी दिखती हैं. इसी को देखकर वह तृणमूल में शामिल हुयी हैं. उन्होंने कहा कि तृणमूल में आने के बाद यह एहसास हुआ कि यहां केवल बड़ा-बड़ा भाषण नहीं है बल्कि आमलोगों के लिये काम किया जाता है. इसके अलावा सांप्रदायिक शक्तियों को रोकने के लिये हम सभी को काम करना होगा.
ममता दीदी का हाथ इसके लिये मजबूत करना होगा. ममता बनर्जी धर्मनिरपेक्षता की पूरे देश में प्रतिक बन गयी हैं. उन्होंने कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व पर कटाक्ष करते हुये कहा कि भाजपा को रोकने के लिये सभी को एकजुट होना होगा, यह बात पता नहीं क्यों कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व नहीं समझ पा रहा है. उन्होंने कहा कि जिस तरीके से उनके मामा बरकत गनी खान चौधरी मालदा को आगे ले गये थे. उसी तरह ममता दीदी के नेतृत्व में भी मालदा का विकास होगा.