चक्रधरपुर.
केपीएस चक्रधरपुर की केनिथ मुखी ने इंटर स्कूल शतरंज चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम कर लिया. रविवार को आयोजित चेस एकेडमी सेरसा चक्रधरपुर का 29वां वार्षिक समारोह में मुख्य अतिथि सेरसा खेल अधिकारी सह वरिष्ठ मंडल अभियंता (दक्षिण) संतोष कुमार ने केनिथ को चैंपियन ट्रॉफी से नवाजा. खिलाड़ियों की उपलब्धियों पर खेल अधिकारी श्री कुमार ने सराहना की. उन्होंने कहा कि बच्चों को चेस खेलना चाहिए. इससे बच्चों में मस्तिष्क का विकास होता है. उन्हें हर क्षेत्र में सफलता हासिल होती है. चेस खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने में रेलवे सहयोग कर रहा है. एकेडमी में बहुत अच्छे प्रशिक्षक हैं. एकेडमी के खिलाड़ी इसका भरपूर लाभ उठाएं. समारोह में विशिष्ठ अतिथि चेस एकेडमी के प्रभारी डॉ सरेन, वरीय अनुभाग अभियंता (यांत्रिक) संतोष कुमार व सेरसा सचिव तेज नारायण ने इंटर स्कूल चेस प्रतियोगिता के टॉप-10 खिलाड़ियों को ट्रॉफी प्रदान किया. मंच का संचालन चेस सचिव विश्वजीत चटर्जी ने किया. मालूम रहे कि इंटर स्कूल चेस चैंपियनशिप चक्रधरपुर में 15 से 17 अप्रैल तक आयोजित हुआ था. इसमें चक्रधरपुर के दर्जनों स्कूलों के कक्षा-1 से कक्षा-12 तक के 50 बच्चों ने भाग लिया था.इंटर स्कूल चेस चैंपियनशिप के टॉप- 10 विजेता खिलाड़ी
नाम
अंक
1- केनिथ मुखी 5.52- अमित कुमार सिंह 53- अनवेश महांता 5
4- एकांश शाह 55- रवि दोंगो 56- अच्युतानंद प्रधान 4.57- अंकुर राठौर 4
8- आदित्यवर्द्धन शर्मा 49- मो. जेशान अहमद 410-इशान अभिनव 4——-
बालिका वर्ग टॉप-3 खिलाड़ी
1- के जेस्सी ग्रेस 4.52- अदिति 43- शालू कुमारी 4
——रेल मंडल की चेस टीम व चार कोच हुए सम्मानित
दपू रेलवे इंटर डिवीजन चेस प्रतियोगिता में चैंपियन बनने वाले रेल मंडल चेस टीम के सात सदस्यों को सम्मानित किया गया. इसके अलावे एकेडमी के खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण देने वाले सेरसा के चार कोच सम्मानित हुए. सम्मान प्राप्त करने वाले कोच में शत्रुघ्न सिंह, मनदीप मुखी, उमेश सोना तांती व मनीष शर्मा हैं. खेल अधिकारी ने रेल मंडल चेस टीम की सभी छह खिलाड़ियों व एकेडमी के चार कोच को सम्मानित किया गया.
हिमांशु को मिला सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार
हिमांशु महतो को वर्ष 2024-25 में बेहतर प्रदर्शन के लिए सर्वश्रेष्ठ चेस खिलाड़ी घोषित किया गया. उन्हें समारोह में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार दिया गया. हिमांशु राज्य स्तरीय चेस में भाग ले चुका है, जिसमें वह उपविजेता रहा. हिमांशु के पिता महेश महतो रेलवे में टेक्नीशियन वन पद पर कार्यरत हैं. वे पुत्र की सफलता से काफी खुश हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है