सरायकेला. सरायकेला-खरसावां जिला में खरीफ की खेती को लेकर विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है. किसानों को ससमय बीज मिले, ताकि सही समय पर बुआई कर सकें. इसके लिए जिला कृषि विभाग की ओर से बीज आवंटन के लिए सरकार के पास प्रस्ताव भेज दिया है.
अक्षय तृतीया के साथ शुरू होती है खरीफ की खेती:
जिले में अक्षय तृतीया पर खरीफ फसलों की खेती की शुरुआत हो जाती है. निचले इलाकों में किसान इस दिन हल चलाकर बुआई शुरू कर देते हैं. जबकि रथयात्रा के समय कढ़ाई (कढान) का कार्य होता है, जिससे फसलों की पैदावार बेहतर हो सके. कृषि विभाग ने अक्षय तृतीया से पहले ही बीज आवंटन की योजना तैयार कर उच्च अधिकारियों को भेज दी है.दो हजार क्विंटल धान बीज का प्रस्ताव भेजा:
इस वर्ष जिले में खरीफ सीजन में एक लाख हेक्टेयर भूमि पर धान की खेती का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके लिए कृषि विभाग ने दो हजार क्विंटल धान बीज की व्यवस्था करने का प्रस्ताव भेजा है. साथ ही अरहर के 300 क्विंटल बीज उपलब्ध कराने की भी मांग की गयी है. किसानों को धान का बीज लैंपस और पैक्स के माध्यम से 50 प्रतिशत अनुदान पर वितरित किया जायेगा. धान के अलावा मोटे अनाज की खेती 990 हेक्टेयर, दलहन की 3,486 हेक्टेयर और तिलहन की 1,390 हेक्टेयर भूमि पर करने का लक्ष्य तय किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है