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लीड) युवक की दिनदहाड़े गोली मार कर हत्या

लीड) युवक की दिनदहाड़े गोली मार कर हत्या 23बीएचयू-6–घटना के प्रत्यक्षदर्शी अंकित सिंह से पूछताछ करती पुलिस.23बीएचयू-7–घटना स्थल पर बिखरा खून.23बीएचयू-8–लाव लश्कर के साथ घटना स्थल पहुंचे डीएसपी.फ्लैग-भुरकुंडा के सीसीएल सौंदा की घटना, गैंगवार की भेंट चढ़ा यूपी के मिर्जापुर का ब्रजेश अपराधियों ने रेकी की थी टीपीसी, जेजेएमपी व सुशील श्रीवास्तव गिरोह के गुर्गों […]

लीड) युवक की दिनदहाड़े गोली मार कर हत्या 23बीएचयू-6–घटना के प्रत्यक्षदर्शी अंकित सिंह से पूछताछ करती पुलिस.23बीएचयू-7–घटना स्थल पर बिखरा खून.23बीएचयू-8–लाव लश्कर के साथ घटना स्थल पहुंचे डीएसपी.फ्लैग-भुरकुंडा के सीसीएल सौंदा की घटना, गैंगवार की भेंट चढ़ा यूपी के मिर्जापुर का ब्रजेश अपराधियों ने रेकी की थी टीपीसी, जेजेएमपी व सुशील श्रीवास्तव गिरोह के गुर्गों ने दिया है घटना को अंजाम राजेश राम को मारने आये थे अपराधी राजेश के साथ साये की तरह रहता था युवक बालू घाट व पांडेय गिरोह से नजदीक रहा घटना का कारण पुलिस की तफ्तीश जारी, अब तक कोई सफलता नहींभुरकुंडा. दुर्गापूजा के दौरान नवमी (21 अक्तूबर) को सीसीएल सौंदा एकता क्लब के समीप अपराधियों ने दिनदहाड़े सुबह 11.30 बजे ब्रजेश कुमार सिंह उर्फ अंशु (19 वर्षीय ) की गोली मार कर हत्या कर दी. ब्रजेश कुमार सिंह उर्फ अंशु (पिता राजेश्वर सिंह) यूपी मिर्जापुर अंतर्गत अरहोरहा थाना क्षेत्र के अकली गांव का रहने वाला था. अपराधियों ने उसे महज 10 फीट की दूरी से कनपट्टी में गोली मारी. उस वक्त उसका दोस्त अंकित सिंह भी उसके साथ था. जबकि राजेश राम घटनास्थल से कुछ दूरी पर खड़ा था. गोली की आवाज से वहां अफरा-तफरी मच गयी. जब तक लोग कुछ समझ पाते, दो की संख्या में आये अपराधी वहां से हवा में रिवाल्वर लहराते पैदल ही सौंदा अस्पताल के पास पहुंच गये. फिर वहां खड़ी अपनी बाइक से रिवर साइड की ओर भाग गये. घटना के बाद आनन-फानन में लोग घायल ब्रजेश को लेकर नयी सराय अस्पताल की ओर गये. लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही ब्रजेश ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया. सूचना के बाद मौके पर हेडक्वार्टर डीएसपी वीरेंद्र कुमार चौधरी सहित भुरकुंडा थाना प्रभारी ए कुमार, पतरातू थाना प्रभारी दल-बल के साथ पहुंचे और घटना की जानकारी ली. इस मामले में पुलिस को अभी तक किसी भी अपराधी की गिरफ्तारी में सफलता नहीं मिली है. हालांकि डीएसपी चौधरी के नेतृत्व में विगत दो दिनों के अनुसंधान में पुलिस ने हत्या के कारण व अपराधियों की पहचान का संपुष्ट दावा किया है.टीपीसी, जेजेएमपी व सुशील श्रीवास्तव गुट का संयुक्त रोल : डीएसपीहेडक्वार्टर डीएसपी वीरेंद्र चौधरी ने घटना के उदभेदन का दावा किया है. उन्होंने कहा है कि इस घटना को जेजेएमपी, टीपीसी व सुशील श्रीवास्तव गुट के अपराधियों ने संयुक्त रूप से अंजाम दिया है. क्षेत्र में उग्रवादी टीपीसी के राजन व जेजेएमपी गुट ने लेवी वसूली के लिए श्रीवास्तव गिरोह से हाथ मिला लिया है. तीनों गिरोह मिल कर लेवी के लिए हत्या व गोलीचालन की घटना को अंजाम दे कर दहशत फैला रहे हैं. पुलिस जल्द ही हत्या के आरोपियों को पकड़ लेगी. एसटीएफ का लिया जायेगा सहयोगपतरातू सर्किल क्षेत्र में तेजी से पनप रहे नये उग्रवादी संगठनों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस एसटीएफ का सहयोग लेगी. पुलिस एसटीएफ के साथ मिल कर पतरातू के जंगलों में अभियान चला कर उग्रवादियों के ठिकानों पर धावा बोलेगी. इस बात की पुष्टि हेडक्वार्टर डीएसपी वीरेंद्र चौधरी ने भी की है. उन्होंने बताया कि क्षेत्र में बढ़ती अपराधिक गतिविधियों के कारण पुलिस ने एसटीएफ की मांग की थी. इसे मंजूर कर लिया गया है. राजेश राम को मारने आये थे अपराधी : अपराधी राजेश राम को मारने आये थे. उनलोगों ने दुर्गापूजा के व्यस्ततम माहौल का चुनाव किया था. विगत तीन दिनों सप्तमी से अपराधी राजेश को निशाने पर लेने की ताक में थे. लेकिन साये की तरह हर वक्त उसके साथ रहने वाले ब्रजेश व अंकित सिंह इस काम में उनके आड़े आ रहे थे. इससे शूटर परेशान और विचलित हो गये. ब्रजेश खाली हाथ बगैर उपलब्धि के न लौटने की अपराधियों की मानसिकता की भेंट चढ़ गया. रेकी के बावजूद अपराधी राजेश को मारने में सफल नहीं हो पाये, तो उन्होंने ब्रजेश की जान ले ली.राजेश के बालू घाट पर उग्रवादी व अपराधियों की नजरजेजेएमपी, टीपीसी व श्रीवास्तव गिरोह की नजर राजेश राम के बालू घाट पर है. राजेश ने पोड़ा के चारी टोंगड़ी में बालू घाट लिया है. यह बालू घाट काफी क्रीमी माना जाता है. उग्रवादी व अपराधियों का संगठित गिरोह इस बालू घाट से लेवी चाहता था. सूत्र बताते हैं कि राजेश को कई धमकियां भी मिल चुकी है, लेकिन राजेश ने लेवी के मामले में इन संगठनों को कोई तरजीह नहीं दी. बताया जाता है कि क्षेत्र में रसूख रखनेवाले पांडेय गिरोह से नजदीकी होने के कारण राजेश इन धमकियों को लगातार नजरअंदाज करता रहा. इसके बाद बौखलाये इन संगठनों ने राजेश को मार गिराने का फैसला लिया. इसी कड़ी में मिर्जापुर का नौजवान ब्रजेश भी उसके साथ जुड़ गया और हर वक्त साये की तरह उसके साथ रहने लगा. इसके कारण ही उसकी जान बच गयी.सुशील की हत्या के बाद राजेश को मारने का बना था प्लानहजारीबाग कोर्ट में दिनदहाड़े हुई सुशील श्रीवास्तव की हत्या के बाद श्रीवास्तव गिरोह ने राजेश राम को मारने की अंदरूनी घोषणा कर दी थी. श्रीवास्तव गिरोह ने उस वक्त मुख्य आरोपी विकास तिवारी के साथ राजेश को भी सुशील की हत्या का दोषी माना था. रामगढ़ शहर के बहुचर्चित भाजपा नेता बबलू सोनकर व उसके भाई बुदुल सोनकर हत्याकांड में शामिल एक अपराधी शंकर करमाली को पुलिस ने करीब एक माह पूर्व बोकारो से पकड़ा था. उससे रामगढ़ पुलिस ने कुजू ओपी में कड़ाई से पूछताछ की थी. इसके बाद पकड़े गये अपराधी ने पुलिस के समक्ष यह खुलासा किया था कि श्रीवास्तव गिरोह के सूरज सिंह ने विकास व राजेश राम को मार कर सुशील की हत्या का बदला लेने की कसम खायी है. विकास तिवारी के जेल जाने के बाद अभी राजेश फर्स्ट टारगेट है. कभी भी उसको हमारा गिरोह मार सकता है.

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