जमशेदपुर : आयुष्मान भारत योजना का कार्ड लेकर मानगो निवासी कोहिनूर बेगम तीन माह से एमजीएम अस्पताल का चक्कर लगा रही हैं. उनके बच्चेदानी में ट्यूमर है. डॉक्टरों द्वारा ऑपरेशन करना तो दूर उनको भर्ती तक नहीं लिया. उसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत अस्पताल के अधीक्षक डॉ एसएन झा से की. लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ.
इस संबंध में मानगो आजाद बस्ती रोड नंबर 13 की कोहिनूर बेगम ने बताया कि पेट दर्द के कारण वह सदर अस्पताल गयी, जहां से एमजीएम अस्पताल रेफर कर दिया गया. गत 27 नवंबर को वह एमजीएम अस्पताल आयी, जहां डॉक्टरों ने जांच करने के बाद कई प्रकार का टेस्ट के साथ ही अल्ट्रासाउंड लिख दिया. जांच रिपोर्ट आने पर पता चला कि उसके बच्चेदानी में ट्यूमर है.
जिसके कारण दर्द से परेशान है. डॉक्टरों ने सबसे पहले उसको बेड नहीं होने की बात कहते हुए 15 दिनों के बाद आने के लिए कहा. 15 दिनों के बाद आने पर फिर एक सप्ताह के बाद आने बोला उसके बाद भी अभी तक दौड़ाया जा रहा है. सोमवार को आने के लिए बोला था, लेकिन आज डॉक्टरों ने फिर से दो जांच लिखकर एक सप्ताह बाद फिर आने के लिए कहा. महिला ने कहा कि यहां पर ऑपरेशन नहीं किया जा रहा है बल्कि मरीजों को दौड़ाया जा रहा है.
दवा, दूध व जेनेरेटर मरम्मत के लिए खुला टेंडर. एमजीएम अस्पताल में सोमवार को दवा व दूध की आपूर्ति और जेनेरेटर मरम्मत के लिए टेंडर क्रय समिति की बैठक में खोला गया. दवा व दूध के लिए ई टेंडर किया गया था, वहीं जेनेरेटर मरम्मत के लिए टेबुल टेंडर था. अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि जल्द ही इनका टेंडर फाइनल कर लिया जायेगा, ताकि दवाओं की कमी को दूर किया जा सके. दवा की कमी के कारण कई बार अस्पताल में हंगामा होता है.