ब्रजेश सिंह
जमशेदपुर : राज्य के सरकारी विभागों में बड़े पैमाने पर पद रिक्त है, जिसके लिए बहाली निकाली जायेगी. जनवरी 2019 तक 50 हजार से अधिक बहाली होगी. 15 नवंबर तक 21 हजार लोग हाइस्कूल शिक्षक के तौर पर बहाल होंगे, जबकि स्वास्थ्य विभाग में मैन पावर की कमी को दूर करने के लिए 9000 लोगों की बहाली होगी.
यह बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कही. श्री दास सिदगोड़ा स्थित सूर्य मंदिर परिसर में प्रभात खबर से खास बातचीत कर रहे थे. श्री दास ने बताया कि 2019 तक करीब एक लाख लोगों को रोजगार सरकार दे देगी. औद्योगिक इकाइयों में भी रोजगार के अवसर प्रदान किये जायेंगे. स्वरोजगार की व्यवस्था भी सरकार करायेगी. 12 जनवरी तक सरकारी व गैर सरकारी बहाली की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी. श्री दास ने कहा कि अब विकास दिख रहा है. भाजपा ने कभी कोई तुष्टिकरण की राजनीति नहीं की है.
आदिवासी-दलित समाज जाग चुका है : सीएम ने कहा कि आदिवासी-दलित समाज जाग चुका है, झारखंड नामधारी पार्टियों व आदिवासियों के छलावा में नहीं आयेंगे. आदिवासी व गैर आदिवासी की बात करनेवालों को जनता ही उनको उनकी औकात बता दे रही है. आदिवासी व दलित समाज पूरी तरह जाग चुका है. झारखंड नामधारी पार्टियां व आदिवासियों के तथाकथित नेता ने उनको सिर्फ छला है. हम लोग ईमानदारी के साथ काम कर रहे है, जिससे ऐसे लोगों को दर्द हो गया है, जो सिर्फ उनके नाम पर राजनीति करते थे.
21000 हाइस्कूल शिक्षक, 9000 स्वास्थ्य कर्मी होंगे बहाल
ग्लोबल समिट में देश भर के किसान जुटेंगे
सीएम श्री दास ने कहा कि किसानों के विकास के लिए भी सरकार कटिबद्ध है. किसानों के लिए ग्लोबल समिट नवंबर और दिसंबर माह में आयोजित किया जायेगा. इसमें देश भर के किसान जुटेंगे. ग्लोबल समिट में आधुनिक तकनीक की जानकारी किसानों को दी जायेगी. इसके अलावा आइटी सेक्टर को भी बढ़ावा दिया जायेगा. इस सेक्टर के जरिये भी लोगों को जोड़ा जायेगा.
रांची-रजरप्पा सर्किट बनाया जायेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र का विकास किया जायेगा. इसके लिए घाटशिला, चांडिल, इटखोरी का विकास किया जायेगा. झारखंड में अंतराष्ट्रीय स्तर के पर्यटक स्थल विकसित किये जायेंगे. तारापीठ-मलूटी-बासुकीनाथ-देवघर सर्किट, बोधगया-इटखोरी सर्किट, रांची-रजरप्पा सर्किट और घाटशिला-डिमना-दलमा-चाडिल सर्किट बनाया जायेगा. बजरंगबली के जन्मस्थल आंजन धाम (गुमला) को विकसित किया जायेगा, जबकि रजरप्पा मंदिर को वैष्णो देवी की तर्ज पर विकसित किया जायेगा.