हजारीबाग. भवन प्रमंडल में संविदा (टेंडर प्रक्रिया) कार्य में पारदर्शिता की मांग को लेकर गुरुवार को दर्जनों संवेदकों ने कार्यालय के बाहर हंगामा किया. विपिन यादव ने बताया कि कार्यपालक अभियंता टेंडर प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से पूरा नहीं कर रहे हैं और पीछे के दरवाजे से चहेते संवेदकों को कार्य आवंटित किया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि टेंडर प्रक्रिया से पहले कागज की बिक्री गुपचुप तरीके से की गयी है. कार्यपालक अभियंता नियमों का हवाला देकर संवेदकों से बात नहीं करते हैं. हंगामे के बाद कार्यपालक अभियंता अमित कुमार ने दर्जनों संवेदकों से बातचीत की. बातचीत के दौरान कार्यपालक अभियंता एक-एक संवेदक से बात करना चाह रहे थे, वहीं संवेदक एक साथ अपनी बात रख रहे थे. इससे संवेदक और कार्यपालक अभियंता के बीच कुछ देर तक तू-तू मैं-मैं चलता रहा. पूरे मामले पर कार्यपालक अभियंता अमित कुमार ने कहा कि संवेदकों ने ग्रुप बनाकर उन्हें कुछ देर के लिए बंधक बनाया. उन्होंने दावा किया कि भवन प्रमंडल में टेंडर प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से पूरी की जा रही है. उन्होंने बताया कि हंगामे और प्रदर्शन में शामिल संवेदकों की पहचान सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से की जा रही है़ उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी. इधर, संवेदक विपिन यादव ने कहा कि पढ़-लिखकर नौकरी नहीं मिलने के कारण वे संविदा कार्य कर रहे हैं. सभी तरह के आवश्यक कागजात होने के बावजूद उन्हें भवन प्रमंडल में ठेका कार्य नहीं मिल रहा है. उन्होंने बताया कि दर्जनों ठेकेदार प्रतिदिन कार्यालय का चक्कर लगाते हैं, जबकि कार्यपालक अभियंता नियम के विपरीत अपने चहेते संवेदकों को दर्जनों कार्य आवंटित करने में मदद कर रहे हैं. उनका कहना है कि निष्पक्ष जांच होने पर इसका खुलासा होगा. संवेदकों ने कार्यपालक अभियंता के विरुद्ध उपायुक्त, डीडीसी और एसपी को आवेदन भी दिया है.
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