चौपारण. बिजली विभाग ने चोरी-छिपे बिजली जलाने वालों के विरुद्ध छापामारी अभियान चलाया, लेकिन इस दौरान छापामारी दल पर जानलेवा हमला किया गया. यह घटना 21 मई को हजारी धमना में हुई. इस संबंध में बिजली विभाग के कनीय अभियंता ओंकार जायसवाल के लिखित आवेदन पर तीन लोगों के विरुद्ध नामजद और 10 से 15 अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया गया है.
क्या है मामला
आवेदन में कहा गया है कि झारखंड ऊर्जा विभाग निगम लिमिटेड रांची की ओर से विभाग द्वारा छापामारी दल का गठन किया गया है. इसके तहत हजारी धमना में विद्युत ऊर्जा चोरी की रोकथाम के लिए अभियान चलाया जा रहा है. छापामारी दल में ओंकार जायसवाल (कनीय विद्युत अभियंता, चौपारण), अभिषेक आनंद (बरही) और सकलदेव साव, व्यास चंद्रवंशी (आउटसोर्सिंग विद्युत कर्मी) एवं अन्य विद्युत कर्मी शामिल थे. छापामारी दल उक्त गांव के संजय सिंह के घर पहुंची. इसी बीच हाथ में लाठी-डंडे पकड़े हुए सुमन सिंह (पिता सच्चिदानंद सिंह), निरंजन सिंह (पिता गंधौरी सिंह), राहुल कुमार सिंह (पिता सीताराम सिंह) सहित 10-15 अज्ञात महिलाओं और पुरुषों ने छापामारी दल पर हमला बोल दिया. उन्होंने गाड़ी पर बैठे अधिकारियों की गाड़ी को चारों तरफ से घेर लिया. वाहन का गेट जबरदस्ती खोलकर अभद्र व्यवहार करने लगे. साथ ही अन्य सदस्यों पर धक्का-मुक्की करने लगे. सभी के हाथ में ईंट और पत्थर थे. उपरोक्त नामजद व्यक्ति भीड़ को हमला करने के लिए उकसा रहे थे.
वीडियो रिकॉर्डिंग पर भड़के लोग
जब घटना का सबूत जुटाने के लिए अभियंता ओंकार जायसवाल वीडियो रिकॉर्डिंग करने लगे तो उनके हाथों से जबरन मोबाइल फोन छीन लिया गया. अभियंता ने केस करने की बात कही, जिसके बाद उनका छीना हुआ मोबाइल वापस कर दिया गया. किसी तरह टीम के सदस्य जान बचाकर वापस लौटे और थाना में आवेदन दिया. थाना प्रभारी अनुपम प्रकाश ने कहा कि कनीय अभियंता ने आवेदन दिया है, जिसके तहत लोगों के विरुद्ध केस दर्ज कर जांच की जा रही है. घटना के बाबत वरीय अधिकारियों को सूचना दी गयी है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई होगी.
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