Advertisement
समझौते के बाद रैलीगढ़ा परियोजना में आउटसोर्सिंग कार्य का उद्घाटन
गिद्दी (हजारीबाग) : पहले विरोध और फिर समझौते के बाद रैलीगढ़ा परियोजना में आउटसोर्सिंग कार्य रविवार को शुरू किया गया. इसका उद्घाटन आउटसोर्सिंग कंपनी के मालिक विकास चौधरी, आजसू नेता तिवारी महतो, मासस नेता आरडी मांझी ने किया. झामुमो ने इसके विरोध में रैलीगढ़ा परियोजना कार्यालय में तालाबंदी की. झामुमो ने चेतावनी दी है कि […]
गिद्दी (हजारीबाग) : पहले विरोध और फिर समझौते के बाद रैलीगढ़ा परियोजना में आउटसोर्सिंग कार्य रविवार को शुरू किया गया. इसका उद्घाटन आउटसोर्सिंग कंपनी के मालिक विकास चौधरी, आजसू नेता तिवारी महतो, मासस नेता आरडी मांझी ने किया. झामुमो ने इसके विरोध में रैलीगढ़ा परियोजना कार्यालय में तालाबंदी की.
झामुमो ने चेतावनी दी है कि आउटसोर्सिंग कंपनी झामुमो के साथ वार्ता नहीं करेगी, तो सोमवार को रैलीगढ़ा परियोजना का उत्पादन कार्य ठप किया जायेगा. जानकारी के अनुसार, रैयत विस्थापित मोर्चा तथा मासस व रैयत विस्थापित बेरोजगार संघर्ष समिति ने पहले आउटसोर्सिंग कार्य पर विरोध जताया. उनका कहना था कि जब तक कंपनी के साथ वार्ता नहीं होगी, तब तक यहां पर कार्य शुरू होने नहीं दिया जायेगा.
स्थिति को देखते हुए आउटसोर्सिंग कंपनी ने पहले रैविमो तथा बाद में मासस व संघर्ष समिति के लोगों से अलग-अलग वार्ता की. आउटसोर्सिंग कंपनी के मालिक विकास चौधरी ने वार्ता में कहा कि यहां के रैयत व विस्थापित परिवार के युवकों को काम में प्राथमिकता दी जायेगी. उनकी अनदेखी नहीं होगी. मासस के समर्थकों ने प्रबंधन से यह भी मांग रखी कि आउटसोर्सिंग से उत्पादित कोयले को ज्यादा से ज्यादा लोकल सेल में दिया जाये.
प्रबंधन के साथ लिखित समझौता हुआ है. सहमति बनने के बाद आउटसोर्सिंग कार्य का उद्घाटन किया गया. रैयत विस्थापित मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सैनाथ गंझू ने कहा कि हमारी जो मांगे थी, उस पर आउटसोर्सिंग प्रबंधन से हमारी सहमति बन गयी है. मौके पर रैलीगढ़ा पीओ उमेश शर्मा, गिद्दी थाना के ए खान, शंभुनाथ राय, आउटसोर्सिंग कंपनी के भानू प्रसाद सिंह, चंदन मिश्रा, विनोद कुमार, मासस के धनेश्वर तुरी, राजेंद्र गोप, शहीद अंसारी, सुंदरलाल बेदिया, कैलाश महतो, कार्तिम मांझी, अमृत राणा, उमेश राम, बहादुर बेदिया, रामकिशुन मुर्मू, समिति के हीरालाल गंझू, प्रेमचंद गंझू, राजदीप गंझू, परमेश्वर गंझू, पूसन गंझू, शक्ति बेदिया, धनेश्वर गंझू, आजसू के कपिलदेव महतो, रामचंद्र टुडू, प्रकाश महतो, विनोद किस्कू, अनिल महतो उपस्थित थे.
आउटसोर्सिंग कंपनी के साथ वार्ता, सहमति बनी : .आउटसोर्सिंग कंपनी ने रविवार को रैयत विस्थापित मोर्चा के साथ समझौता वार्ता की. रैयत विस्थापित मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सैनाथ गंझू ने कंपनी के सामने अपनी मांगों को रखा. आउटसोर्सिंग कंपनी के मालिक विकास चौधरी ने कहा कि रैयत व विस्थापित परिवार के युवकों को रोजगार के लिए प्राथमिकता दी जायेगी. मांगों पर सहमति बनने के बाद रैविमो ने अपना विरोध स्वरूप आंदोलन वापस ले लिया. वार्ता में शंकर बेदिया, नरेश बेदिया, मंटू मांझी, इरसाद अंसारी, सुखदेव गंझू, गुलेश्वर महली, प्रकाश महली, आशीष करमाली, पप्पू सिंह शामिल थे.
पांच वर्षों में कंपनी 33 लाख एमटी कोयले तथा 95 लाख क्यूिबक मीटर ओबी का उत्पादन करेगी
रैलीगढ़ा के जिस स्थल पर आउटसोर्सिंग कार्य होगा, वहां पर सीसीएल कंपनी का डीजल टंकी सहित कई सामान है. इसे हटाने व हैंडओवर करने के बाद आउटसोर्सिंग कंपनी अपना कार्य शुरू करेगी. आउटसोर्सिंग कंपनी के मालिक विकास चौधरी ने कहा कि कंपनी एक-दो दिनों के बाद उत्पादन कार्य शुरू करेगी. पांच वर्षों में यहां पर 33 लाख मीट्रिक टन कोयला तथा 95 लाख क्यूबिक मीटर ओबी का उत्पादन किया जायेगा. इस चालू वर्ष में प्रबंधन ने कंपनी को एक लाख 35 हजार क्यूबिक मीटर ओबी हटाने का लक्ष्य दिया है. रैलीगढ़ा परियोजना में कंपनी 800 मीटर लंबा और 300 मीटर चौड़ा परिधि में कोयला व ओबी उत्पादन करेगी.
आउटसोर्सिंग से स्थिति में होगा सुधार : जीएम
अरगडा महाप्रबंधक बीके शुक्ला ने कहा कि रैलीगढ़ा में आउटसोर्सिंग कार्य शुरू होने से अरगडा क्षेत्र की स्थिति में कुछ सुधार होगा. रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. गिद्दी व सिरका में भी आउटसोर्सिंग कार्य जल्द ही शुरू किया जायेगा.
तालाबंदी में झामुमो के कई लोग शामिल थे
परियोजना कार्यालय में तालाबंदी करने वालों में लखनलाल महतो, राजेश टुडू, राजेश बेदिया, दिनेश बेदिया, विकास बेदिया, रंजीत सिंह, श्रवण सिंह, बादल पात्रो, रामप्रसाद मुर्मू, अमर बेदिया, विनोद बेदिया, मुखलाल, लालो मांझी, रामकुमार, एतवा बेदिया शामिल थे.
योलेक्स कंपनी इसीएल में भी आउटसोर्सिंग कार्य कर रही है
रैलीगढ़ा में आउटसोर्सिंग का कार्य योलेक्स इंफ्राइनर्जी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को मिला है. यह कंपनी इस्टर्न कोल फिल्ड लिमिटेड (इसीएल) के आसनसोल में आउटसोर्सिंग से कोयला व ओबी उत्पादन का कार्य कर रही है. वैसे यह कंपनी कर्नाटक सहित अन्य जगहों पर दूसरा कार्य कर रही है. आउटसोर्सिंग कंपनी के मालिक ने बताया कि रैलीगढ़ा में कोयला व ओबी उत्पादन कार्य में लगभग 100 कर्मियों को रखा जायेगा. यहां के विस्थापित व रैयत परिवार के तकनीकी व गैर तकनीकी मजदूरों को प्राथमिकता दी जायेगी.
पहले गिद्दी व सिरका में चल चुका है आउटसोर्सिंग कार्य
अरगडा कोयला क्षेत्र के गिद्दी व सिरका परियोजना में पहले भी आउटसोर्सिंग का कार्य हो चुका है. सिरका में लगभग ढाई वर्षों तक कार्य चला है, लेकिन गिद्दी में ज्यादा दिनों तक कार्य नहीं हुआ है. गिद्दी में कंपनी कार्य क्यों छोड़ी, इसकी जानकारी प्रबंधन के अलावा किसी को नहीं है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement