Gumla News| गुमला, दुर्जय पासवान : तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में सुरंग में गुमला के 4 मजदूर फंसे हैं. टनल में फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने का प्रयास हो रहा है. रविवार शाम 7 बजे तक मजदूरों को सुरंग से निकालने में रेस्क्यू टीम फेल रही है. यहां तक कि टनल में फंसे श्रमिकों से एनडीआरएफ का संपर्क भी नहीं हो पाया है. इधर, गुमला में मजदूरों के गांवों में मातम पसरा है. परिजन चिंता में हैं. मजदूरों के सकुशल आने के लिए मंदिरों में पूजा की जा रही है.

तेलंगाना में काम कर रहे हैं गुमला के 50 से अधिक मजदूर
तेलंगाना में मजदूरी करने गये मधु साहू ने बताया कि वहां गुमला जिले के 50 से अधिक मजदूर हैं, जो काम कर रहे हैं. सभी मजदूर नहर बनाने में लगे हैं. गुमला के अधिकांश मजदूर वर्ष 2015 से तेलंगाना में रह रहे हैं. कुछ मजदूर वर्ष 2022 और वर्ष 2023 में तेलंगाना पहुंचे. इन्होंने यह भी कहा कि 3 महीने से मजदूरों को पारिश्रमिक नहीं मिल रहा है. किसी को 15 हजार रुपए, तो किसी को 18 हजार रुपए, 22 हजार रुपए और 25 हजार रुपए मानदेय मिलता है.
- तेलंगाना में हैं गुमला के 50 मजदूर, 4 श्रमिक सुरंग में फंसे
- परिजनों की टूट रही हैं उम्मीदें, लेकिन ईश्वर से लगा रखी है आस
- गुमला जिले के 50 मजदूर तेलंगाना में नहर बनाने के काम में लगे
- मजदूरों की शिकायत- 3 महीने से नहीं मिली मजदूरी
- मजदूर बोले- गांव जाना चाहते हैं, झारखंड सरकार मदद करें
मधु साहू का आरोप – देर से जागी तेलंगाना सरकार
मधु साहू ने तेलंगाना सरकार पर आरोप लगाया है कि यहां की सरकार बहुत देर से जागी. अगर समय पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू होता, तो अब तक मजदूरों को सुरंग से निकाल लिया गया होता. उन्होंने कहा कि अब 2 दिन होने जा रहा है. सुरंग में फंसे मजदूरों के बचने की उम्मीद नहीं है. मधु ने कहा कि सुरंग में मेरा भतीजा संतोष साहू भी फंसा है. अन्य मजदूरों ने झारखंड सरकार से मांग की है कि वे वापस झारखंड आना चाहते हैं. सरकार उनकी मदद करे.
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टनल में फंसे हैं गुमला के ये 4 मजदूर
तेलंगाना के टनल में फंसे मजदूरों में गुमला प्रखंड के करौंदी तिर्रा निवासी संतोष साहू, घाघरा प्रखंड के खंभिया कुंबाटोली निवासी अनुज साहू, पालकोट प्रखंड के उमड़ा नकटीटोली गांव निवासी संदीप साहू और रायडीह प्रखंड के कोबीटोली गांव निवासी जगता खेस हैं.

प्रशासन मजदूरों के परिजनों से मिला
मजदूरों के सुरंग में फंसने की सूचना मिलने के बाद चारों थाना क्षेत्र के पुलिस अधिकारी मजदूरों के गांव पहुंचे. मजदूरों के घर और परिवार की स्थिति की जानकारी ली. साथ ही परिवार को ढाढ़स भी बंधाया है. मजदूरों के सुरंग में फंसे होने की सूचना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. परिवार के लोग मजदूरों के सकुशल आने के लिए पूजा-पाठ कर रहे हैं. जिसे भी घटना की जानकारी मिल रही है, परिचित और शुभचिंतक उनके घर पहुंच रहे हैं.
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गांव में किसी के घर नहीं जला चूल्हा
मजदूरों के सुरंग में फंसे होने की सूचना के बाद रविवार सुबह किसी के घर में चूल्हा नहीं जला. सभी लोग अपने पति, भाई और बेटे की जानकारी लेते नजर आये. तिर्रा गांव के मजदूर संतोष साहू की पत्नी मंदिर गयीं और पूजा-अर्चना करने के बाद ईश्वर से अपने पति की सकुशल वापसी की प्रार्थना की. कहा कि उनके बच्चे अपने पिता के आने का इंतजार कर रहे हैं.

सुरंग में हमारे गुमला जिला के 4 मजदूर फंसे हैं. मेरी नजर तेलंगाना के मजदूरों पर है. वहां और जो मजदूर हैं, उनसे मैं संपर्क में हूं. झारखंड सरकार की भी नजर तेलंगाना की घटना पर है.
सुखदेव भगत, सांसद, लोहरदगा संसदीय क्षेत्र
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