गुमला : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गुमला जिला के कार्यकर्ताओं ने जेएनयू में वामपंथियों द्वारा विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं एवं शिक्षकों पर किये गये हमले का विरोध किया है. विद्यार्थी परिषद गुमला के कार्यकर्ताओं ने गुमला शहर के टावर चौक पर विरोध प्रदर्शन करते हुए वामपंथियों का पुतला दहन किया. प्रदेश सह मंत्री देवेंद्र लाल उरांव ने कहा कि जेएनयू जैसे शिक्षण संस्थान में वामपंथी छात्र-छात्राओं द्वारा कुछ दिन पूर्व से आंदोलन चलाया जा रहा था.
अपने आंदोलन में पढ़ाई-लिखाई के माहौल को शिथिल रखना चाह रहे थे. अपने आंदोलन की विफलता को देख कर वामपंथियों ने सरवर को काट दिया, ताकि परीक्षा फॉर्म भरा न जा सके और पठन-पाठन ठप हो जाये, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. जेएनयू में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं ने अपने को आंदोलन से दूर रखते हुए पढ़ाई-लिखाई के माहौल की ओर जाने का निर्णय लिया. परीक्षा फॉर्म भरने के लिए तैयार हुए, लेकिन इससे हतोत्साहित वामपंथियों ने पहले छात्र-छात्राओं पर आक्रमण कर दिया. उसके पश्चात विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं, फिर शिक्षकों पर भी हमला कर दिया.
वामपंथी नेताओं द्वारा राजनीतिक रोटी सेकने के लिए एवं माहौल बिगाड़ने की लिए ऐसे कार्य को अंजाम दिया जा रहा है. ऊपर से विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है. विभाग संयोजक अनिल साहू ने कहा कि विद्यार्थी परिषद ज्ञानशील एकता के आधार पर काम करती है और शिक्षण संस्थान में शिक्षा का माहौल बने इसके लिए प्रयास करती है. छात्र संघ के पूर्व नेता परिचित कुमार भगत ने भी अपने विचार रखे.
विरोध-प्रदर्शन अवसर में धीरज साहू, रजत साहू, मीणा कुमारी, संध्या मिंज, इंद्रेश सिंह, विष्णु कुमार, अविनाश कुमार, आभास बड़ाइक, नेहा कुमारी, शिवानी लकड़ा सहित कई लोग उपस्थित.