गुमला : गुमला जिला अंतर्गत घाघरा थाना क्षेत्र के हहरी गांव के सैकड़ों ग्रामीणों ने घाघरा पुलिस पर हत्या के आरोपी को पैसा लेकर छोड़ने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को थाना का घेराव किया. ग्रामीण आक्रोशित थे. पुलिस पर भड़ास भी निकाल रहे थे. थानेदार के काफी समझाने के बाद ग्रामीण शांत हुए और वापस अपने गांव लौटे. थानेदार ने कार्रवाई का भरोसा दिया है.
इधर, थाना से जाते हुए ग्रामीणों ने कहा है कि पुलिस दोषियों पर कार्रवाई नहीं करती है तो मजबूरन दोबारा थाना का घेराव करने पहुंचेंगे. इसबार थानेदार को बदलने की भी मांग की जायेगी. ग्रामीणों ने कहा कि कुछ दिन पहले गांव के शिवा उरांव की कुदाल से मारकर हत्या कर दी गयी थी. जिसके बाद पुलिस गांव पहुंची थी.
वहां पर मृतक की पत्नी शिमला उरांव ने पुलिस को बताया था कि गांव का रितेश उरांव व सुखदेव उरांव द्वारा मेरे पति की हत्या की गयी है. जिसके बाद पुलिस दोनों को पकड़कर पूछताछ की तो सैकड़ों ग्रामीणों के समक्ष दोनों ने अपनी हत्या में संलिप्तता स्वीकार करके बताया कि कुदाल से हत्या की गयी है. जिसके बाद पुलिस दोनों को पकड़कर थाना ले आयी.
इसके बाद सिर्फ सुखदेव को जेल भेजा गया. रितेश को छोड़ दिया गया. ग्रामीणों ने कहा कि मृतक की पत्नी शिमला को लिखना पढ़ना नहीं आता है. जिसके कारण उसने पुलिस के समक्ष मौखिक बयान दिया. उसके मौखिक बयान के आधार पर आवेदन पुलिस के एक अधिकारी के द्वारा लिखा जा रहा था. लेकिन बयान के आधार पर नामजद केस दर्ज नहीं किया गया. जिससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालियां निशान लगता है.
ग्रामीणों ने कहा कि पुलिस अगर निष्पक्ष कार्रवाई नहीं करती है, तो आने वाले समय में सड़क जाम कर आंदोलन करेंगे. घेराव करने वालो में विजय उरांव, जीतराम उरांव, विजय भगत, बनेश्वर उरांव, बहोरन उरांव, श्रवण उरांव, पहरा देवी, मंजू देवी, उषा देवी, बिरजू उरांव, जग्गी, गुरु बंधन उरांव, सुरेश भगत, हिरण उरांव, संतोष सिंह, बुधू भगत, सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद थे.