दुर्जय पासवान
10 साल की उम्र में रुचि को पैसे की खातिर बेच दिया था, मकान मालिक करता था पिटाई, बीमार होने पर भी नहीं कराता था इलाज
गुमला : गरीबी का फायदा उठा कर गुमला के पतिया गांव की रहनेवाली भांजी रुचि कुमारी (बदला हुआ नाम) को 10 साल की उम्र में रिश्ते में लगनेवाला मामा ने रांची में बेच दिया था. इसके एवज में मामा को अच्छी रकम मिली थी. रांची में चार साल तक श्रीवास्तव परिवार का प्रताड़ना सहनेवाली रुचि सोमवार को मौका देख घर से निकल भागी और गुमला पहुंची. अभी वह सीडब्ल्यूसी के संरक्षण में है.
बच्ची ने सीडब्ल्यूसी के सदस्यों को आपबीती बतायी. रुचि को गृहस्वामी का पूरा नाम नहीं पाता. वह कहती है कि आसपास के लोग मालिक को श्रीवास्तव जी कहते थे. उसने कहा कि घर के मालिक व मालकिन अक्सर उसे बिना वजह पीटते थे. बीमार होने पर डॉक्टर के पास नहीं ले जाते थे. घर में ही दवा लाकर खाने को देते थे.
मैं पढ़ना चाहती हूं : रुचि
रुचि ने कहा कि मैं अनपढ़ हूं. दूसरे बच्चों को स्कूल जाता देख मुझे भी पढ़ने का मन करता है. मैं अब लिखना पढ़ना चाहती हूं. प्रशासन मेरी मदद करें. किसी स्कूल में दाखिला करा दे ताकि मैं लिख पढ़ कर अपने पैरों पर खड़ी हो सकूं.
चार साल तक रुचि ने रांची में एक घर में काम की है. उसे मजदूरी भी नहीं मिली है. रुचि से पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.
सुषमा देवी, सदस्य, सीडब्ल्यूसी, गुमला
