घाटशिला. घाटशिला में फूलडूंगरी से बुरुडीह होते हुए झाटीझरना बंगाल सीमा तक लगभग 24 किमी लंबी सड़क निर्माण शुरू नहीं होने से ग्रामीणों में निराशा है. करीब 135 करोड़ रुपये की लागत से पथ निर्माण विभाग से प्रस्तावित परियोजना का शिलान्यास 13 जुलाई, 2024 को सांसद विद्युत वरण महतो और राज्य सरकार के मंत्री रामदास सोरेन ने फूलडुंगरी में किया था. शिलान्यास के सात माह बाद भी निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है. परियोजना कागजी प्रक्रिया में फंस गयी है. ग्रामीण आंदोलन की रणनीति बना रहे हैं. हालांकि, मंत्री रामदास सोरेन, सांसद विद्युत वरण महतो लगातार विभागीय अधिकारियों के संपर्क में हैं. झाटीझरना, कालचिती पंचायत समेत आसपास के गांवों के लोग उम्मीद लगाये बैठे हैं कि जल्द निर्माण कार्य शुरू होगा. इस महत्वपूर्ण सड़क के निर्माण से क्षेत्र के हजारों लोगों को आवागमन में सुविधा होगी. वहीं, स्थानीय विकास को बल मिलेगा.
वन और रैयती भूमि सर्वे की रिपोर्ट तैयार
घाटशिला रेंजर विमद कुमार ने बताया कि सर्वेक्षण का कार्य पूरा कर लिया गया है. फूलडूंगरी से बंगाल सीमा तक सड़क निर्माण में कितनी वन भूमि और कितने पेड़ प्रभावित होंगे, इसका आकलन कर रिपोर्ट डीएफओ को सौंप दी गयी है. पेड़ और भूमि का मार्किंग कार्य पूरा हो गया है. जल्द वन विभाग से स्वीकृति मिलने की संभावना है. हालांकि कुछ दस्तावेजी औपचारिकताएं शेष हैं.55 एकड़ वन भूमि व 16 एकड़ रैयती भूमि आयेगी
घाटशिला की सीओ निशांत अंबर ने बताया कि करीब 55 एकड़ वन भूमि और 16 एकड़ रैयती भूमि सड़क चौड़ीकरण में आयेगी. अंचल कार्यालय ने ग्राम सभा की प्रक्रिया पूरी कर फाइल जिला प्रशासन को सौंप दी है. जिला स्तर से निर्देश मिलने के बाद नोटिफिकेशन जारी किया जायेगा. उन्होंने बताया कि सड़क की चौड़ाई कुछ जगहों पर 20 फीट और कुछ जगहों पर 25 फीट प्रस्तावित है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है