सारठ : सारठ के बालू घाटों में वैधानिक रूप से बालू का उठाव के लिए पंजाब की मेसर्स शिवम धीर कंपनी के कंट्रैक्टर के नाम से हुआ है. जिसेे सारठ क्षेत्र से होकर गुजर रही अजय नदी के रानीगंज बालू घाट का टेंडर दिया गया है. इसके लिए बालू घाट जाने के लिए परती व गोचर जमीन पर संवेदक रास्ता बना रहा है.
संवेदक के इस रवैये से रानीगंज के ग्रामीणों में आक्रोश गहराता जा रहा है. ग्रामीणों ने इस रास्ते से होकर बालू के उठाव का विरोध किया है. मालूम हो कि एक नवंबर को बालू घाट का उदघाटन करने पहुंचे सीओ साकेत कुमार सिन्हा को भी स्थिति से अवगत कराया था. जिसपर सीओ सिन्हा ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया था कि बैठकर इस विवाद को सुलझाने का कहा था. बतादे कि करीब दस वर्ष से विवाद चल रहा है.
ग्रामीणों का कहना है कि रास्ता बन गोचर भूमि की उपयोगिता नष्ट हो जायेगी. ग्रामीणों ने बताया कि संवेदक के द्वारा आवंटित एरिया का सीमांकन भी नही किया गया है और न ही बोर्ड लगाया है इसको लेकर कभी भी खूनी संघर्ष होने की आशंका गहराती जा रही है.