नोवामुंडी. विश्व पृथ्वी दिवस पर हमारी शक्ति हमारा ग्रह-2025 थीम पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ मनोजीत विश्वास के निर्देश पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत डिजिटल बोर्ड पर पर्यावरण संबंधी चित्रों एवं स्लाइड्स को प्रदर्शित किया गया. इस अवसर पर छात्रों को पृथ्वी, पर्यावरण, ग्लोबल वार्मिंग व वन्य जीवन पर हो रहे प्रभावों को स्पष्ट रूप से समझाया गया. प्राचार्य ने ग्लोबल वार्मिंग की गंभीरता को बताया. मानव गतिविधियों के कारण प्रकृति का असंतुलन बढ़ रहा है. इसका सीधा असर पर्यावरण व जलवायु पर पड़ रहा है. उन्होंने जंगलों में लगने वाली आग पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे न केवल वनों का नुकसान होता है, बल्कि वन्य प्राणियों की अकाल मृत्यु हो जाती है.
प्लास्टिक का विकल्प तलाशें
डॉ मुकेश कुमार सिंह, प्रोफेसर कुलजिंदर सिंह एवं संतोष पाठक ने अपने विचार साझा किये. वक्ताओं ने कहा कि आवश्यकता के अनुसार ही प्राकृतिक वस्तुओं का खनन किया जाना चाहिए ताकि पर्यावरण संतुलन बन रहे. भविष्य की पीढ़ियां भी इन संसाधनों का लाभ उठा सके. उन्होंने कहा कि प्लास्टिक का बेतहाशा इस्तेमाल पर्यावरण को ही नहीं, बल्कि धरती की उर्वरा शक्ति को भी धीरे-धीरे खत्म कर रहा है. उन्होंने सभी को प्लास्टिक के विकल्प तलाशने की सलाह दी. कॉलेज के प्रो परमानन्द महतो, साबिद हुसैन, कुलजिंदर सिंह, क्रांति प्रकाश, संतोष कुमार पाठक, भवानी कुमारी, नरेश कुमार पान, डाॅ मुकेश कुमार सिंह, धनीराम महतो, शांति पूर्ति, सुमन चातोम्बा, हीरा चातोम्बा, मंजूलता सिंकू, दिवाकर गोप, राजकरण यादव, प्रतिभा सोमकुंवर समेत छात्र-छात्राएं उपस्थित थे.
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