बोकारो, रंजीत कुमार: पहलगाम हमले (Pahalgam Attack) पर बोकारो के बालीडीह थाना क्षेत्र के मखदुमपुर स्थित मिल्लतनगर निवासी नौशाद का आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयब्बा और पाकिस्तान के समर्थन में ट्वीट गंभीर मामला बन गया है. नौशाद का ट्वीट बालीडीह एसआइटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम), एटीएस (एंटी टेरेरिस्ट स्क्वायड), आइबी (इंटीलीजेंस ब्यूरो) और टेक्निकल टीम के रडार पर है. नौशाद के सभी सोशल साइट पर सभी तरह का ट्वीट अब जांच का विषय बन गया है. सभी जांच एजेंसी की टीम उसकी एक-एक ट्वीट को खंगाल रही है. टीम यह जानने का प्रयास कर रही है कि नौशाद का किस संगठन के साथ कैसा रिश्ता हो सकता है. क्योंकि एक दिन में इस तरह के ट्वीट करने का ख्याल आना संभव नहीं है. नौशाद के ट्वीट मामले पर झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता भी गंभीर हैं.
दारूल उलूम वक्फ देवबंद जायेगी एसआइटी
बालीडीह एसआइटी टीम प्रमुख इंस्पेक्टर नवीन कुमार सिंह जल्द ही नौशाद की गतिविधियों की गहन जांच के लिए उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में दारूल उलूम वक्फ देवबंद जायेंगे. इधर, इस मामले में झारखंड एटीएस (एंटी टेरेरिस्ट स्क्वायड) ने डिजिटल साक्ष्य जुटाकर रांची में विश्लेषण शुरू कर दिया है. बालीडीह पुलिस जांच के दायरे में नौशाद का 2013 के पटना गांधी मैदान सीरियल ब्लास्ट के मास्टरमाइंड तहसीन अख्तर से कोई संबंध है या नहीं इसे भी रखा गया है, जो बोकारो के सेक्टर चार सिटी सेंटर में सक्रिय था. साथ ही बोकारो एसपी मनोज स्वर्गियारी के निर्देश पर टेक्निकल सेल टीम सक्रिय हो गई है. इसके अलावा आइबी (इंटीलीजेंस ब्यूरो) की तीन सदस्यीय टीम भी बालीडीह थाना के संपर्क में है.
नौशाद से जुड़े 53 संदिग्ध अकाउंट्स की हो रही जांच
बोकारो के बालीडीह थाना पुलिस की टेक्निकल सेल नौशाद के सोशल एकाउंट से जुड़े 53 संदिग्ध सोशल मीडिया अकाउंट्स की जांच कर रही है. टीम से जुड़े पुलिस अधिकारी और सदस्य जानने की कोशिश में जुटे हैं कि नौशाद के सोशल मीडिया एकाउंट से कितने लोग जुड़े हैं. उस एकाउंट में कहां-कहां के लोग हैं. एकाउंट की गतिविधयां क्या है. किसी संदिग्ध आतंकी संगठन से एकाउंट का संबंध है या नहीं. एकाउंट का हैंडलिंग कहां-कहां से हो रहा है. संदिग्ध एकाउंट चलानेवाले का बैंकग्राउंड क्या है. इन सभी जांच की मुख्य वजह है कि झारखंड में पहले भी आतंकी मॉड्यूल का खुलासा हो चुका है. जांच में जुटी पुलिस को आशंका है कि नौशाद जैसे कट्टरपंथी स्लीपर सेल का हिस्सा हो सकते हैं, जो आम लोगों के बीच रहकर आतंक का समर्थन करते हैं.
नौशाद ने कब और कहां हासिल की तालीम
नौशाद ने बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के विभिन्न मदरसों में धार्मिक शिक्षा ली है. वह वर्ष 1999-2001 तक बोकारो के चंद्रपुरा में मदरसा रहमानिया बंदयू, वर्ष 2002 तक हजारीबाग के पेलावर में मदरसा हुसेनिया, वर्ष 2003-2005 तक धनबाद के पाथरडीह में मदरसा रियाजुल उलूम, वर्ष 2007-2012 तक सहारनपुर के दारूल उलूम वक्फ देवबंद में तालीम लेकर मुफ्ती बना. इसके बाद इस्लामिक लॉयर के रूप में झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में गतिविधियां संचालित कीं. एसआइटी सभी मदरसों की जांच कर रही है. साथ ही नौशाद के पासपोर्ट (31 जनवरी 2014 से 30 दिसंबर 2024 तक वैध), आधार, पैन, बैंक खातों की भी छानबीन की जा रही है. 35 वर्षीय नौशाद मूल रूप से बिहार के दरभंगा जिले के सोभन गांव का रहने वाला है. वर्तमान में अपने पिता (बोकारो स्टील प्लांट के रिटायर्ड कर्मचारी) के साथ बोकारो के मिल्लत नगर में रहता है.
क्या है नौशाद से जुड़ा पूरा मामला
22 अप्रैल को पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमला हुआ. इसमें 28 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गयी. 23 अप्रैल को बोकारो के बालीडीह थाना क्षेत्र के सिवनडीह मखदुमपुर के मिल्लतनगर निवासी 31 वर्षीय नौशाद (पिता मोहम्मद मुस्ताक) ने आतंकवादी हमले पर खुशी व्यक्त की. नौशाद ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट कर ”थैंक यू पाकिस्तान, थैंक यू, लस्कर-ए-तैयब्बा, मे अल्लाह ब्लेस यू ऑलवेज, आमीन, आमीन. वी विल बी मोर हैप्पी इफ आरएसएस, बीजेपी, बजरंग दल एंड दी मीडिया एंड टारगेटेड” लिखा. पोस्ट उर्दू और अंग्रेजी में किया गया है. नौशाद खुद को ‘इस्लामिक लॉयर और बोल्ड ओरेटर’ बताता है. हालांकि, उसके इस पोस्ट की जानकारी मिलते ही एसपी मनोज स्वर्गियारी के निर्देश पर बालीडीह इंस्पेक्टर नवीन कुमार सिंह ने नौशाद को अरेस्ट कर लिया. पूछताछ के बाद नौशाद को बुधवार को जेल भेज दिया गया. इस मामले में विभिन्न जांच एजेंसी जांच कर रही है.
नौशाद के सोशल मीडिया एकाउंट की हो रही जांच- मनोज स्वर्गियारी
मामले को लेकर बोकारो एसपी मनोज स्वर्गियारी ने कहा कि नौशाद के सभी सोशल मीडिया एकाउंट और उससे जुड़े संदिग्ध लोगों के सोशल मीडिया एकाउंट की जांच शुरू कर दी गयी है. इसके अलावा एसआइटी के साथ-साथ अन्य जांच एजेंसी भी जांच कर रही है.
देशद्रोह के मामले में की जा रही जांच – डीजीपी
वहीं, झारखंड डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा कि देशद्रोह जैसे गंभीर मामले में नौशाद के सभी संबंधों की गहन जांच की जा रही है. सभी जांच एजेंसी नौशाद से जुड़े मामले की जांच कर रही है.
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