Cyber Crime: राजधानी रांची साइबर ठगी से संबंधित एक बड़ा मामला प्रकाश में आया है. यहां ठगों ने एक पुलिसकर्मी को अपना शिकार बनाया और उनसे करीब 3.20 लाख की ठगी की. जानकारी के अनुसार, मामले में पीड़ित लालपुर ट्रैफिक थाना में पदस्थापित पुलिसकर्मी मदन सिंह हैं. साइबर अपराधियों ने मदन के दुबई में रहने वाले भाई के नाम पर उनसे ठगी की. फिलहाल, पीड़ित ने अपराधियों के खिलाफ साइबर थाना में केस दर्ज करवा दिया है. पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से छानबीन कर रही है.
साइबर अपराधियों ने किया मैसेज
घटना के संबंध में बताया गया कि साइबर अपराधियों ने ट्रैफिक पुलिसकर्मी मदन सिंह के भाई के नाम पर उनसे 3.20 लाख रुपये ठग लिए. मदन सिंह ने साइबर थाना में जानकारी दी कि मैसेंजर पर उन्हें दुबई में रहने वाले उनके भाई आनंद सिंह के नाम से एक मैसेज आया. इस मैसेज में पहले भाई ने उनसे हाल-चाल पूछा, फिर कहा कि मैं गांव आ रहा हूं, आपको क्या गिफ्ट चाहिए. हालांकि, ये मैसेज मदन को उनके भाई की जगह साइबर अपराधी कर रहे थे. मदन ने बताया कि साइबर अपराधी को भाई समझकर उन्होंने एक कलाई घड़ी लाने को कह दिया. फिर मैसेज भेजने वाले ने उनसे एकाउंट नंबर मांगा. इसपर मदन ने पूछा कि एकाउंट नंबर क्यों चाहिए, तो मैसेज आया कि मेरे पास कुछ सेविंग के पैसे हैं, जिसे मैं आपके एकाउंट में ट्रांसफर करना चाहता हूं. अभी चार-पांच दिनों की छुट्टी लेकर घर आने वाला हूं. तभी आप मुझे पैसा वापस कर देना.
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वॉट्सऐप कॉल पर मांगे पैसे
यह सुनकर पीड़ित साइबर अपराधी के विश्वास में आ गए और उन्होंने उसे अपना एकाउंट नंबर भेज दिया. लेकिन इसके कुछ ही देर बाद साइबर ठग ने उनसे कहा कि वो काफी मुसीबत में फंस गया है. मुझे इससे बाहर निकालो, नहीं तो मैं बर्बाद हो जाऊंगा. ये लोग मुझे जेल में डालने वाले हैं. यह सुनकर पुलिसकर्मी ने उनसे पूछा कि क्या हुआ है. इसके बाद साइबर अपराधी ने कहा कि ट्रैवल एजेंसी वालों ने मुझे पकड़ लिया है और छुट्टी में घर नहीं आने दे रहे हैं. मैं मुसीबत में फंस गया हूं. अगर मैंने कुछ नहीं किया, तो ये लोग मुझे जेल में डाल देंगे. लेकिन ऐसा हुआ तो मैं सुसाइड कर लूंगा. इतना कहने के बाद उसने पीड़ित को इंडिया के ट्रेवल एजेंट का नंबर कहकर एक फोन नंबर दिया.
जब मदन ने उस नंबर पर कॉल किया, तो कॉल नहीं लगा. लेकिन मैसेज आया कि वॉट्सऐप कॉल करें. वॉट्सऐप कॉल करने पर मदन से साइबर अपराधियों ने 3.20 लाख मांगे और कहा कि पैसे नहीं देने पर वो उनके भाई को जेल में डाल देंगे. भाई को जेल में न डाल दें इस डर से मदन सिंह ने अलग-अलग एकाउंट में 3.20 लाख ट्रांसफर कर दिये. इसके बाद उन्होंने भाई को कॉल किया, तो मालूम हुआ कि भाई आनंद सिंह के साथ कुछ नहीं हुआ है. वे साइबर अपराधियों का शिकार बनकर 3.20 लाख गंवा चुके हैं. मामले का खुलासा होने पर पीड़ित ने साइबर थाना में एक मोबाइल नंबर धारक और साइबर अपराधियों के खिलाफ केस दर्ज कराया है.
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