स्थानीय लाभुकों से बिना मिले ही पेन एशिया के प्रोजेक्ट मैनेजर के साथ भ्रमण कर लौटे 25 अप्रैल को प्रभात खबर में डरहार जल नल योजना की खबर हुई थी प्रकाशित प्रभात खबर इंपैक्ट नवहट्टा . पिछले 25 अप्रैल को प्रभात खबर में प्रखंड क्षेत्र के डरहार पंचायत में जल नल योजना से संबंधित समाचार प्रमुखता से प्रकाशित हुई थी. समाचार प्रकाशन के बाद दूसरे ही दिन डरहार पहुंचकर कनीय अभियंता भारती ने जांच की. जहां स्थानीय लोगों को शीघ्र पानी आपूर्ति कराने का आश्वासन दिया. जिसमें उन्हें सभी वार्डों में बड़े पैमाने पर अनियमितता देखने को मिली. वहीं रविवार को जब लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण के एसडीओ जीशान अहमद डरहार पंचायत के वार्ड नंबर एक में बने जल मीनार टंकी के पास पंहुचे तो लंबे समय से जलापूर्ति बंद होने की स्थिति देखने को मिली. अधिकारी के आगमन देख जब स्थानीय वार्ड एक के उमेश शर्मा, विश्वनाथ साह सहित अन्य लोग अधिकारियों के सामने वर्षो से जलापूर्ति बंद होने कि शिकायत की तो पेन एशिया के प्रोजेक्ट मैनेजर संत सिंह व एसडीओ शिकायत कर्ताओं के विरुद्ध बिफर गये. उमेश शर्मा ने बताया कि जांच में आये अधिकारियों द्वारा लाभुक व स्थानीय लोगों की बातों को नही सुना गया. डरहार पंचायत में एक दर्जन से अधिक जल मीनार टंकी है. सभी का स्थिति बदतर बना हुआ है. एक भी टंकी के पानी का टीडीएस ठीक नहीं है. कहीं नल नहीं लगा है तो कहीं डोजिंग पंप नहीं लगा है. कहीं मोटर खराब है तो कहीं पाइप लाइन क्षतिग्रस्त है. लेकिन लगभग दो करोड़ के आसपास मरम्मत व मेंटेनेंस के नाम पर भुगतान पेन एशिया कंपनी ने उठाव कर लिया है. गुणवत्तापूर्ण ना तो जल मीनार टंकी के फाउंडेशन के निर्माण किया गया. ना ही वजन मुताबिक जल मीनार टंकी में लोहा लगाया गया था. सरकारी निर्देशानुसार एक भी वार्ड में पीतल का नल नहीं लगाया गया. हर जगह दस से 20 रुपए वाली प्लास्टिक का नल लगाया गया. स्थानीय उमेश शर्मा व विश्वनाथ साह ने बताया कि जिन अधिकारियों पर जिम्मेदारी है, वे भी भ्रष्टाचार के खेल में शामिल होकर आम लोगों की बातों को दबाते हैं. जिससे सरकार की बदनामी होती है. वहीं स्थानीय उमेश शर्मा, विश्वनाथ साह सहित दर्जनों लोगों ने एसडीओ जीशान अहमद के निरीक्षण पर असंतोष व्यक्त किया. इस बाबत पूछे जाने लर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण के एसडीओ जीशान अहमद ने बताया कि समाचार पत्र में प्रकाशित डरहार में जल मीनार टंकी के आलाेक में जांच की गयी है. जलापूर्ति बंद पाया गया. जल्द ही जलापूर्ति शुरू करायी जायेगी. जब एसडीओ से यह पूछा गया कि आपने शिकायत कर्ताओं के घर की जांच की तो उन्होंने बताया कि जल मीनार टंकी की स्थिति देखकर लौट आये हैं. दूसरे दिन फिर जाकर लाभुकों से मिलेंगे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है