पूर्ण वेतनमान, प्रोन्नति व पुराने पेंशन की लड़ाई रहेगी जारी बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ जिला इकाई ने किया सम्मान समारोह आयोजित सहरसा . बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ जिला इकाई ने संघ प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार पप्पू को बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ गोपगुट के 23 वें राज्य चुनाव में संघर्ष कोष पर्षद का राज्याध्यक्ष बनाये जाने पर जिला परिषद परिसर में रविवार को सम्मान समारोह किया. जिसकी अध्यक्षता संघ राज्य सचिव सह जिलाध्यक्ष निरंजन कुमार ने की. सम्मान समारोह में संघ के संघीय पदाधिकारी, प्रतिनिधि एवं शिक्षकों ने प्रदीप कुमार पप्पू का फूल माला, शॉल देकर भव्य स्वागत किया. सम्मान समारोह सभा को संबोधित करते प्रदीप कुमार पप्पू ने कहा कि राज्य सरकार की तानाशाह रवैया के विरुद्ध सूबे के लाखों शिक्षक, कर्मचारी एकजुट होकर संघर्ष करने की ठानी है. सरकार लगातार शिक्षक एवं कर्मचारियों के हकों की हकमारी कर रही है. सभी सरकारी कार्यालय में अनुबंध, मानदेय, ठेका प्रथा एवं आउटसोर्सिंग द्वारा शिक्षित बेरोजगारों को बहाल कर उन्हें पुनः बेरोजगार होने के लिए विवश किया जाता है. काम करने वाले कर्मियों में अपनी सेवा की स्थाई एवं सुविधाओं को लेकर भविष्य चिंतित रहता है. वहीं शिक्षकों की हालत भी दिन प्रत्येक दिन नई-नई नीति एवं नियम लाकर बिगाड़ दिया है. एक ही विद्यालय में नियमित, नियोजित, विद्यालय अध्यापक, विशिष्ट शिक्षक, शिक्षा स्वास्थ्य अनुदेशक एवं शिक्षा स्वयंसेवक जैसे नामकरण कर सेवा सुविधाओं की भिन्नता पैदा कर दिया गया है. उनसे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बात की जाती है. सरकार सिर्फ समाज को गुमराह कर रही है. जरूरत है सभी सरकारी विद्यालय एवं कार्यालयों में स्थाई पदों पर स्थाई नियुक्ति करने एवं नियत वेतन, मानदेय, नये किस्म के वेतनमान पर काम करने वाले सभी का सेवा नियमित कर राज्यकर्मी की भांति वेतनमान व तमाम सुविधा दी जाए. उन्होंने कहा कि शिक्षकों को प्रोन्नति एवं उससे मिलने वाले आर्थिक लाभ से वंचित किया जा रहा है. पप्पू ने कहा कि शिक्षकों को मासिक वेतन समय पर नहीं मिलने से आर्थिक परेशानी से जूझ रहे हैं. वही ऑनलाइन उपस्थिति हर कार्यालय में कर्मियों के गले का जंजाल बना हुआ है. दिन प्रतिदिन जल्दबाजी में आने जाने के क्रम में कर्मियों की जान जा रही है. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सबसे बडा ज्वलंत चुनौती है कि सेवानिवृत्ति के बाद शिक्षक एवं कर्मचारियों को एनपीएस व ईपीएफ को लेकर जीवन जीने में जो आर्थिक रूप से कठिनाई होती है उनसे निजात दिलाने हेतु पुरानी पेंशन जैसी व्यवस्था को लागू कराने के लिए शिक्षक कर्मचारियों को संघर्ष करना पडे़गा. सम्मान समारोह की अध्यक्षता करते जिलाध्यक्ष निरंजन कुमार ने कहा कि सभी कोटि के शिक्षकों को एक साथ मिलकर पूर्ण वेतनमान प्रोन्नति एवं पुरानी पेंशन की लड़ाई लड़ेंगे. इसके लिए संघ के सदस्यता से शिक्षकों को जोड़ने का सघन अभियान चलाकर किया जायेगा. साथ ही शिक्षकों के विभिन्न समस्याओं को लेकर डीईओ का घेराव किया जायेगा. सम्मान समारोह को जिला सचिव अमीन अकबर, जिला कोषाध्यक्ष सूर्यनारायण कुमार, जिला संयुक्त सचिव प्रवीण कुमार, जिला कार्यालय सचिव अमरेंद्र कुमार, प्रखंड अध्यक्ष संजय कुमार सुमन,अरविंद कुमार, दिग्विजय कुमार, सुदर्शन कुमार गौतम, कुमारी नूतन सिंह, प्रखंड सचिव पांडव नारायण पंडित, दिलीप कुमार, बंधन पासवान, सुमन कुमार सिंह, कैलाश प्रसाद मंडल, जय कृष्ण कुमार, नीलम कुमारी, सुधीर कुमार, प्रियरंजन, सुधा, अभिषेक, आशुतोष, नरेश, जवाहर, राजेश कुमार, मनीष,बुधन, सुधीर, गंगा प्रसाद, अंजना भारती, विनोद कुमार, अभिषेक,सृष्टि, सदानंद राजेश, मो नौशाद, मो रहमतुल्लाह, मनोज कुमार, अर्जुन, बबीता ने संबोधित किया.
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