विद्युत कार्यपालक अभियंता ने उपभोक्ताओं को दी सलाह सहरसा . साइबर अपराधी अब बिजली उपभोक्ताओं को अपना निशाना बनाने लगे हैं. इस महीने में कई लोगों के पास साइबर अपराधियों के मैसेज आये, जिसको लेकर विद्युत विभाग ने बिजली उपभोक्ताओं को अलर्ट किया है. साइबर क्रिमिनल ने बिजली उपभोक्ताओं से ठगी करने के लिए बड़ी योजना बनायी है. साइबर अपराधी बिजली कंज्यूमर को बकाया बिल के मैसेज के साथ एक मोबाइल नंबर व बिल जमा करने के लिए लिंक भेज रहे हैं. मैसेज में यह भी सूचित किया जा रहा है कि बिल एक सीमित अवधि तक जमा नहीं करने पर कनेक्शन काट दिया जायेगा. साइबर अपराधियों द्वारा उपभोक्ताओं को मैसेज में दिये गये नंबर पर कॉल करने पर फोन काट दिया जाता है. फिर एक मैसेज भेजा जाता है कि आप दिये गये लिंक से पैसे जमा कीजिए. लिंक के जरिए उपभोक्ताओं से ओटीपी भी लिया जाता है. जिसके बाद उनके बैंक अकाउंट से अपराधियों द्वारा पैसा निकाल लिया जाता है. जानकारी के अनुसार साइबर अपराधी लोगों को बिल जमा करने के लिए व्यूअर एप या एनी डेस्क एप डाउनलोड कराकर अपने खाते में दस रुपये भेजने को कहते हैं. उपभोक्ता द्वारा बताए गये ऐप के माध्यम से रकम ट्रांसफर कर देने पर अपराधी उनके खाते को अपने नियंत्रण में कर मनचाही रकम अपने खाते में स्थानांतरित कर लेते हैं. बिजली कंपनी ने उपभोक्ताओं को ऐसे फ्रॉड मैसेज करने वाले लोगों से सावधान रहने की सलाह दी है. उपभोक्ताओं द्वारा जब इस मामले पर बिजली विभाग के अधिकारी से संपर्क करने पर उन्हें जानकारी मिली कि यह फर्जी मैसेज है एवं विभाग की ओर से इस तरह का कोई मैसेज उपभोक्ताओं को नहीं भेजा जा रहा है. शिकायत मिलने पर विद्युत विभाग के अधिकारियों ने उपभोक्ताओं को सतर्क किया है. वहीं सहरसा विद्युत आपूर्ति प्रमंडल के विद्युत कार्यपालक अभियंता अमित कुमार ने बताया कि बिजली उपभोक्ताओं को सावधान रहने की जरूरत है. साथ ही उपभोक्ताओं से अपील किया कि वे केवल बिजली कंपनी की अधिकृत वेबसाइट, सुविधा ऐप, विद्युत कार्यालय काउंटर या वसुधा केंद्र एवं ग्रामीण क्षेत्रों के हर पंचायत में कार्यरत आरआरएफ से ही बिल का भुगतान करें. सभी उपभोक्ता ओटीपी एवं बैंक जानकारी गोपनीय रखें. बिजली विभाग कभी भी फोन पर आपके बैंक विवरण या ओटीपी की मांग नहीं करता. किसी अंजान नंबर से बिजली बिल जमा करने के लिए विभाग द्वारा प्रदत्त ऐप के अलावा कोई दूसरा ऐप डाउनलोड करने का लिंक आए तो तुरंत अपने नजदीकी बिजली कार्यालय या साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 से शिकायत करें.
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