संवाददाता, पटना
एम्स में कार्यरत सुनील चौधरी को शातिरों ने वाट्सएप पर वर्क फ्रॉम होम का ऑफर दिया. इसके बाद उन्हें एक टेलीग्राम ग्रुप से जोड़ दिया गया. उस ग्रुप में करीब 16 सौ लोग थे. ग्रुप के कई सदस्य टास्क पूरा होने पर खाता में पैसे मिलने की बात कर रहे थे. सुनील भी टास्क पूरा करने लगे. शुरुआत में उन्हें कुछ पैसे भी दिये गये. इसके बाद पेड टास्क का झांसा देकर शातिर ने उनसे 88 हजार 600 रुपये की ठगी कर ली. वहीं रूपसपुर की रहने वाली बेबी कुमारी के मोबाइल पर अज्ञात नंबर से फोन आया. फोन उनके बच्चे ने उठाया. शातिर बच्चे को झांसा देकर उनका मोबाइल हैक कर लिया और खाते से 38 हजार की निकासी कर ली.मोबाइल हैक कर खाते से 95 हजार रुपये की निकासी
कुंदन कुमार फुलवारीशरीफ की आदर्श कालोनी में रहते हैं. उन्होंने बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया था. कुछ ही दिन हुए थे कि उनके पास अज्ञात नंबर से फोन आया. फोन करने वाले ने खुद को बिजली ऑफिस का अधिकारी बताया और कहा कि आपका बिजली कनेक्शन अप्रूव हो गया है. आपको एक लिंक भेजा जा रहा है, उस पर 13 रुपए का रिचार्ज कर दें. इसके बाद शातिर ने उन्हें एक एपीके फाइल का लिंक भेज दिया. उन्होंने जैसे ही उस लिंक पर क्लिक किया उनका मोबाइल हैक हो गया और उनके खाता से 95 हजार रुपये की निकासी हो गयी. पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है