-जिले के अधिकतर स्कूलों ने वेबसाइट पर फीस और शिक्षकों की संख्या नहीं की है अपडेट
संवाददाता, पटना
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसइ) ने मानक पूरा नहीं करने वाले स्कूलों की जांच शुरू कर दी है. इन स्कूलों के खिलाफ बोर्ड की ओर से जल्द ही सख्त कार्रवाई की जायेगी. शहर के साथ ही जिले के अधिकतर स्कूलों की वेबसाइट पर फीस और शिक्षकों की संख्या का डेटा अपडेट नहीं किया गया है. सीबीएसइ के पदाधिकारियों की ओर से मिली जानकारी के अनुसार कई ऐसे स्कूल भी जिले के विभिन्न प्रखंडों में चलाये जा रहे हैं, जिनका लोकेशन भी दस्तावेज में लिखाये गये डेटा से मैच नहीं कर रहा है. इसके साथ ही कई ऐसे ही स्कूल हैं, जहां जगह भी पर्याप्त नहीं है. हाल ही में सीबीएसइ की ओर से देश के
पटना सहित देश के 127 स्कूलों की मान्यता रद्द कर दी है.
बच्चों की संख्या भी करनी होगी अपडेट
बोर्ड की ओर से बताये गये मानकों के अनुसार प्रत्येक स्कूल के लिये दो एकड़ का परिसर होना अनिवार्य है. लेकिन शहर में ही कई ऐसे स्कूल हैं, जो आवासीय परिसर में दिये गये मानक से कम जमीन में चलाये जा रहे हैं. इसके साथ ही अधिकतर स्कूलों की ओर से एक कक्षा में कितने सेक्शन हैं और कितने बच्चे पढ़ रहे हैं, इसका भी विवरण वेबसाइट पर नहीं साझा किया गया है. सीबीएसइ की ओर से पहले भी अभिभावकों को सलाह दी गयी है कि नये सत्र में नामांकन लेने से पहले स्कूल को जांच-परख लें. ऐसे स्कूलों पर जल्द ही कार्रवाई की जायेगी.
कोट : मार्च और अप्रैल में होता है निरीक्षण
मार्च और अप्रैल महीने में बोर्ड की ओर से स्कूलों का निरीक्षण किया जाता है. बोर्ड की ओर से अनुमति मिलने के बाद ही स्कूल का संचालन किया जाता है. निरीक्षण के दौरान मानकों को पूरा करने पर ही मान्यता की अवधि को बरकरार रखा जाता है. वैसे स्कूल जो मानकों को पूरा नहीं कर रहे हैं, उन्हें चिह्नित कर कार्रवाई की जाती है.–शमायल अहमद, राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन
B
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है