पटना मेट्रो . लोहिया पथ चक्र का असर, डिजाइन में हल्का फेरबदल
Advertisement
ललित भवन से हाईकोर्ट तक कर्व होगी मेट्रो लाइन
पटना मेट्रो . लोहिया पथ चक्र का असर, डिजाइन में हल्का फेरबदल केंद्र को डीपीआर भेजने की समय सीमा भी करीब डेढ़ महीना बढ़ी पटना : राजवंशी नगर मोड़ से पटना हाइकोर्ट तक बनने वाले लोहिया पथ चक्र का असर पटना मेट्रो पर पड़ रहा है. पूरी तरह से तैयार पटना मेट्रो का संशोधित डीपीआर […]
केंद्र को डीपीआर भेजने की समय सीमा भी करीब डेढ़ महीना बढ़ी
पटना : राजवंशी नगर मोड़ से पटना हाइकोर्ट तक बनने वाले लोहिया पथ चक्र का असर पटना मेट्रो पर पड़ रहा है. पूरी तरह से तैयार पटना मेट्रो का संशोधित डीपीआर जुलाई महीने के मध्य में ही केंद्र सरकार को भेज दिया जाना था, लेकिन अब इसकी मियाद बढ़ कर अगस्त अंतिम या सितंबर प्रथम सप्ताह तक हो गयी है. लोहिया पथ चक्र और आर ब्लॉक-दीघा रेल लाइन पर बनने वाले सड़क फ्लाईओवर की वजह से पटना मेट्रो के डिजाइन में हल्का फेरबदल किया जा रहा है.
संशोधित डीपीआर की मंजूरी में लगेगा समय
नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा ने
पटना मेट्रो की संशोधित डीपीआर जुलाई मध्य महीने में ही केंद्र सरकार को भेज कर स्वीकृत करा लेने की बात कही थी, लेकिन मुख्यमंत्री के आदेश के बाद हो रही समीक्षा की वजह से इसमें करीब एक से ड़ेढ महीना की देरी हो सकती है.
इसके साथ ही संशोधित डीपीआर के लिए लोक वित्त समिति और कैबिनेट की मंजूरी भी ली जानी है. इसको देखते हुए शहरवासियों को पटना मेट्रो के शिलान्यास के लिए थोड़ा और इंतजार करना पड़ सकता है.
ललित भवन से हाईकोर्ट तक
मेट्रो रूट का डिजाइन बदलने की कवायद
पहले चरण में खगौल से पटना जंक्शन और पटना जंक्शन से डाकबंगला, अशोक राजपथ, सैदपुर, राजेंद्र नगर होते हुए अंतरराज्जीय बस टर्मिनल तक मेट्रो चलाये जाने की संभावना है. इसमें खगौल से रूपसपुर पुल तक सड़क के ऊपर जबकि रूपसपुर से पटना जंक्शन, बाईपास होते हुए अंतरराज्जीय बस टर्मिनल तक यह अंडरग्राउंड जायेगी. लोहिया पथ चक्र के डिजाइन के चलते ललित भवन से हाईकोर्ट तक पटना मेट्रो का डिजाइन बदलने की कवायद चल रही है. अब मेट्रो की लाइन ललित भवन के पास कर्व (मोड़) कर हाईकोर्ट तक आयेगी. फिर हाईकोर्ट से वापस बीच सड़क के नीचे होते हुए पटना जंक्शन तक ले जाया जायेगा.
लोहिया पथ स्ट्रक्चर के
नीचे नहीं होगा निर्माण
लोहिया पथ चक्र में ललित भवन और सचिवालय के पास दो जगह अंडरपास का निर्माण होना है. इसके साथ ही उपरि पुल निर्माण को लेकर सड़क के नीचे काफी गहरी पाइलिंग की जा रही है. ऐसे में पटना मेट्रो के प्रोजेक्ट कंसल्टेंट व इंजीनियरों की टीम मेट्रो को लोहिया पथ चक्र निर्माण स्थल के ठीक नीचे रखने की बजाय उसके बगल से ले जाना बेहतर समझ रहे हैं. वैसे इंजीनियरों के टीम की सलाह पर ही इस पर अंतिम निर्णय लिया जायेगा.
सड़क धंसने के बाद हुए सतर्क अगली मीटिंग में होगा फैसला
फिलहाल नगर विकास एवं आवास विभाग, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम और बिहार राज्य पथ विकास निगम के अधिकारियों के एक दौर की मीटिंग पिछले बुधवार को हो चुकी है. इस मीटिंग में मेट्रो निर्माण देख रही एजेंसी राइट्स के स्ट्रक्चरल विशेषज्ञ और पुल निर्माण निगम की टेक्नीकल टीम ने दोनों प्रोजेक्ट के डिजाइन पर चर्चा की.
लेकिन, लोहिया पथ चक्र से जुड़ी सड़क धंसने के बाद मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिये हैं. ऐसे में दोनों प्रोजेक्ट के कंसल्टेंट व इंजीनियरों की टीम एक बार फिर डिजाइन का मिलान करेगी. ध्यान रखा जायेगा कि दोनों प्रोजेक्ट का डिजाइन ऐसा हो कि एक-दूसरे को कहीं बाधा न पहुंचाये.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement