दीपक 25
मुजफ्फरपुर.
जिला परिषद अध्यक्ष रीना कुमारी की अध्यक्षता में सामान्य बैठक की गयी. जिसमें विकास योजनाओं को लेकर चर्चा की गयी. इसमें शिक्षा के मुद्दों पर काफी विमर्श हुआ. सबसे अहम फैसला मनरेगा की वार्षिक कार्य योजना को हरी झंडी दिखाना रहा, जिससे जिले में रोजगार व विकास की नई उम्मीदें जगी है. जिले के कोने-कोने में चल रहे मनरेगा के कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गयी. इसके साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य, बाल विकास, ग्रामीण विकास और अन्य महत्वपूर्ण विभागों के कामकाज पर भी बारीकी से विचार-विमर्श किया गया.बैठक में सांसद वीणा देवी व विधान पार्षद दिनेश प्रसाद सिंह के अलावा कई अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे. उपाध्यक्ष निरुपमा सिंह व उप विकास आयुक्त अनुपम श्रेष्ठ ने भी विकास कार्यों को लेकर अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिये. सभी प्रखंडों के प्रमुखों और जिला पार्षदों ने अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याओं व विकास की जरूरतों को खुलकर रखा. हालांकि, तमाम सकारात्मक चर्चाओं के बीच शिक्षा विभाग पर जिला पार्षद सुरेश यादव ने तीखे सवाल उठाए.
उन्होंने बुनियादी विद्यालय बरियारपुर के वर्षों से जर्जर भवन के मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाया और इस पर विभाग की उदासीनता पर नाराजगी जताई. इसके अलावा, बहादुरपुर के उच्च माध्यमिक विद्यालय में छात्रों की बढ़ती संख्या को देखते हुए उन्होंने दो शिफ्टों में कक्षाएं संचालित करने का प्रस्ताव रखा, ताकि छात्रों को बेहतर शिक्षा का माहौल मिल सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है