बासोपट्टी/हरलाखी : सिसौनी पंचायत के हरसुवार गांव स्थित प्राचीन दुर्गा मंदिर में 57 वर्षों से दुर्गा पूजा मनाया जा रहा है. पूजा को ले आकर्षक सजावट व महाप्रसाद के लिए तैयारियां चल रही है़ मंदिर परिसर के आगे में मुख्य सड़क पर लंबी दूरी तक आकर्षक पंडाल का निर्माण किया जा रहा है. बाजार में स्थित मुख्य सड़क के किनारे दुर्गा मंदिर पर 1955 से ही नियमित रूप से पूजा पाठ किया जाता आ रहा है़ इस मंदिर को वैष्णवी माता का विशेष महत्व माना जाता है़
इन मंदिर में प्रतिदिन पूजा करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रहती है़ यहां पर दुर्गा पूजा में नौ रूपों की पूजा अलग -अलग विधि व वैदिक मंत्रोच्चारण से की जाती है़ इस प्रसिद्ध मंदिर में 1988 में स्थापित संगमरमर की बनी मूर्ति महादुर्गा, लक्ष्मी, सरस्वती, शंकर, पार्वती कार्तिकेय विशेष रूप से दर्शनीय है़ 55 वर्षों से अभी तक नवरात्र के समय विद्वान पंडित विद्यानंद झा के द्वारा मैथिली एवं संस्कृत भाषा में कथा सुनाया जाता है.
नवरात्र के समय निशा पूजा का भी विशेष रूप से महत्व है. इसमें सप्तमी तिथि के रात्रि को कुल 141 देवी देवताओं की पूजा होती है़ मां का पट खुलते ही लोग नारियल चढ़ाते है़ं दुर्गा पूजा के बेलतोड़ी एवं भव्य शोभा यात्रा भी प्रसिद्ध है, इसमें पूरे नगर मे भव्य जुलूस प्रति वर्ष समिति की ओर से निकाला जाता है़ माता की पूजा के लिए प्रतिदिन सुबह से लेकर शाम तक भक्तों की भीड़ लगी हुई रहती है़ दुर्गा पूजा समिति हरसुवार का गठन कई वर्ष पूर्व किया गया़ जिसमें अध्यक्ष अमरनाथ झा,उपाध्यक्ष रमेश झा,सचिव नवल किशोर ठाकुर, कोषाध्यक्ष लक्ष्मीकांत झा, गुजेश्वर झा, मकेश्वर मिश्र्र, परमेश्वर साह,