दुर्घटना. मधुबनी से सीतामढ़ी जा रही बस तालाब में गिरी, बस में सवार अिधकतर लोगों के मरने की आशंका
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मधुबनी में बड़ा बस हादसा, 30 यात्रियों की मौत
दुर्घटना. मधुबनी से सीतामढ़ी जा रही बस तालाब में गिरी, बस में सवार अिधकतर लोगों के मरने की आशंका मधुबनी से सीतामढ़ी जानेवाली सागर ट्रेवेल्स की बस बड़े हादसे का शिकार हुई. इसमें कितने लोगों की मौत हुई. देर रात तक ये साफ नहीं हो पाया था, लेकिन ये कहा जा रहा है कि 32 […]
मधुबनी से सीतामढ़ी जानेवाली सागर ट्रेवेल्स की बस बड़े हादसे का शिकार हुई. इसमें कितने लोगों की मौत हुई. देर रात तक ये साफ नहीं हो पाया था, लेकिन ये कहा जा रहा है कि 32 सीट वाली इस बस में लगभग 50 यात्री सवार थे.
11.45 बजे हुये इस हादसे के बारे में शाम तक प्रशासन की ओर से कोई बयान नहीं आया. देर शाम डीएम गिरवर दयाल सिंह ने कहा कि 16 यात्रियों की जान गयी है और अन्य की तलाश जारी है. वहीं, मंत्री मदन मोहन झा ने कहा कि हमें जो सूचना मिली है, उसके मुताबिक मरनेवाले यात्रियों की संख्या 30 के आसपास है, जबकि स्थानीय विधायक भावना झा का कहना था कि 42 यात्रियों की जान हादसे में गयी है. प्रशासन की ओर से मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख मुआवजे की घोषणा की गयी है.
बेनीपट्टी/बसैठ : मधुबनी के बेनीपट्टी में बड़ा बस हादसा हुआ है. यहां के सुंदरपुर गांव के पास मधुबनी से सीतामढ़ी जा रही एक बस तालाब में चली गयी, जिसमें 30 यात्रियों के मरने की बात कही जा रही है. हालांकि, इसकी प्रशासनिक पुष्टि नहीं की गयी है, लेकिन बस में 50 यात्रियों के सवार होने की बात बतायी जा रही है, जिनमें से कुछ ही यात्रियों के बचने की बात कही जा रही है. हादसा दिन में 11.45 बजे के आसपास
मधुबनी में बड़ा…
हुआ, जब बस एक साइकिल
सवार को बचाने के चक्कर में चालक बस से नियंत्रण खो बैठा और बस सड़क से लगभग तीस फुट नीचे तालाब में चली गयी.
जानकारी के मुताबिक, सागर ट्रेवेल्स की 32 शीटर बस रोज की तरह मधुबनी से निजी बस अड्डे से सुबह 9.45 बजे सीतामढ़ी के लिए खुली थी. मधुबनी में इसमें लगभग 20 यात्री सवार हुए थे. इसके बाद बस छोटी-बड़ी जगहों पर रुकती हुई, लगभग 11.05 बजे बेनीपट्टी पहुंची. बताते हैं कि बेनीपट्टी में बस में यात्री सवार हुए. यहां लगभग दस मिनट रुकने के बाद बस खुली और फिर बसैठ में रुकी.
यहां भी लगभग पांच मिनट तक बस रुकी थी. इस समय लगभग 11.40 बज चुका था. बताते हैं कि बसैठ बाजार से कुछ दूर पर ही सुदंरपुर गांव के पास एक साइकिल सवार आ रहा था. उसी को बचाने के चक्कर में बस चालक का नियंत्रण बिगड़ गया और पूरी बस सड़क से लगभग तीस फुट नीचे तालाब में जा गिरी.
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बस के साथ साइकिल चालक भी तालाब में चला गया, लेकिन उसका क्या हुआ. इसके बारे में लोग नहीं बता पा रहे हैं. वहीं, बस के गेट पर सवार तीन-चार लोग किसी तरह से तैर पर बाहर निकल पाये. बाकी यात्री बस के अंदर ही रह गये और कुछ ही देर में सबकी मौत होने की बात कही जा रही है. कितने यात्रियों की मौत हुई है. इसके बारे में कोई आकड़ा सामने नहीं आया है, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि लगभग तीन दर्जन यात्रियों की जान इस दर्दनाक हादसे में गयी है.
वहीं, घटना के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गयी. बस में सवार यात्री तो चीख भी नहीं सके, क्योंकि पूरी बस पानी में डूब गयी थी. स्थानीय लोगों ने तुरंत इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को दी, लेकिन लगभग एक घंटे के बाद बेनीपट्टी डीएसपी निर्मला कुमारी मौके पर पहुंचीं, तब तक लोगों का गुस्सा बढ़ चुका था. लोगों ने डीएसपी को मौके से जाने को कह दिया. इस समय तक हजारों की संख्या में लोग मौके पर जुट गये थे और स्थानीय लोग तालाब से बस निकालने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन उसमें सफल नहीं हो पा रहे थे.
दिन में लगभग तीन बजे मधुबनी में डीडीसी हाकिम प्रसाद व सदर एसडीओ शाहिद परवेज मौके पर पहुंचे, लेकिन गुस्साये लोगों ने पथराव कर उन्हें मौके से वापस जाने को मजबूर कर दिया. इसके लगभग आधे घंटे बाद मौके पर डीएम व एसपी भी पहुंचे. उन्हें भी लोगों ने भागने पर मजबूर कर दिया. इस बीच मौके पर पहुंची एनडीआरएफ की टीम को भी लोगों ने भगा दिया था. उस गाड़ी में तोड़फोड़ की गयी, जिससे टीम आयी थी.
मौके पर पहुंची एंबुलेंस पर भी लोगों का गुस्सा उतरा और उसके शीशे तोड़ दिये. इस बीच मौके पर मधुबनी व बेनीपट्टी के आसपास के थानों की पुलिस पहुंच गयी थी. स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस की ओर से दो राउंड हवाई फायरिंग की गयी, लेकिन लोग शांत नहीं हुए. इसके बाद स्थानीय लोगों ने क्रेन को मौके पर आने दिया. इसके बाद बस को तालाब से बाहर निकालने का काम शुरू हुआ. लगभग पांच बजे के आसपास लोगों की मदद से बस को तालाब से बाहर निकाला गया, लेकिन पूरी बस बाहर नहीं निकल पायी थी. बस में यात्रियों के शव भरे थे.
बस से शव निकाले जा रहे थे. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि शवों को बस से निकाला गया, जिन्हें परिजन अपने साथ लेकर चले गये. मौके पर प्रशासन के प्रतिनिधियों के नहीं होने की वजह से शव किसका है. इसकी पहचान भी नहीं हो पायी. देर शाम तक बस से शवों को निकालने का काम जारी था. शाम लगभग 5.15 बजे डीएम व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को मौके पर आने दिया गया, लेकिन तब तक परिजन कई यात्रियों के शव ले जा चुके थे.
कई गाड़ियों में की गयी तोड़फोड़, पुलिस ने की हवाई फायरिंग
मौके पर पहुंची एनडीआरएफ की
टीम राहत में जुटी
अपनों को खोजने में जुटे हुए थे लोग
दिन में 11.45 बजे के आसपास हुआ हादसा
कई गाड़ियों में की गयी तोड़फोड़, पुलिस ने की हवाई फायरिंग
मौके पर पहुंची एनडीआरएफ की
टीम राहत में जुटी
अपनों को खोजने में जुटे हुए थे लोग
दिन में 11.45 बजे के आसपास हुआ हादसा
तीन शवों की हुई शिनाख्त
शाम लगभग 5.30 बजे तक केवल तीन शवों की शिनाख्त हो सकी थी. इनमें मुन्नी खातून (30) व उसके दो बच्चे गुलजार (08) व आशिया (02) शामिल थे. मुन्नी अपने घर बासोपट्टी से सीतामढ़ी स्थित अपने ससुराल जा रही थी, लेकिन हादसे का शिकार हो गयी.
देर शाम तक जारी रही शवों को निकालने की कोशिश, गुस्साये लोगों ने अधिकारियों को मौके से खदेड़ा
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