सिमरी बख्तियारपुरः कोसी के दियारा क्षेत्र फरकिया में सलखुआ थाना के कामाधान बहियार में एक 13 वर्षीय किशोरी की गैंग रेप कर हत्या कर गयी थी. गुरुवार को घटना की जांच करने गये एसडीपीओ उपेंद्र प्रसाद सहित एक दर्जन पुलिस कर्मियों को आक्रोशित ग्रामीणों ने मध्य विद्यालय कामाधान के कमरे में बंद कर करीब दो घंटे तक बंधक बनाये रखा. घटना की सूचना पर एसपी एम सुनील नायक जिला मुख्यालय व अन्य थानों की पुलिस के साथ कामाधान गांव पहुंचे. उन्होंने मृतका की मां अकाल मणि देवी व पिता दीप नारायण सिंह सहित अन्य ग्रामीणों के साथ वार्ता कर सभी पुलिस कर्मियों को मुक्त कराया.
ग्रामीणों को हुई गलतफहमी : मृतका के परिजन व ग्रामीणों का आरोप है कि श्वानदस्ता घटना स्थल पर जांच करते-करते पूरब की दिशा में मकई खेत की तरफ जाने लगा, लेकिन इसी क्रम में खोजी कुत्ता को रस्सी पकड़ कर वापस कर लिया गया. ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि इसी क्रम में डीएसपी के मोबाइल पर किसी का फोन आने के बाद ही ऐसा किया गया. हालांकि डीएसपी ने उक्त आरोप को एक सिरे से खारिज करते हुए कहा कि ग्रामीणों को गलत फहमी हो गयी. खोजी कुत्ता को गंध नहीं मिलने के कारण वहां से वापस होकर बैठ गयी. ग्रामीणों के आक्रोश व पुलिस को बंधक बनाये जाने के कारण पूरा कामाधान गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया. दिन भर सैकड़ों महिला व पुरुषों का स्कूल पर जमावड़ा लगा रहा. घटना को लेकर पुलिस पर महिलाओं का आक्रोश ज्यादा था. डीएसपी के साथ एसएसपी सदर दिलीप कुमार मिश्र, एसडीओ सुमन प्रसाद साह, पुलिस इंस्पेक्टर सहित करीब छह थाने की पुलिस थी.
जांच के लिए पहुंची फोरेंसिक टीम : एसपी नायक ने घटना के संबंध में बताया कि ग्रामीणों ने न तो हंगामा किया और न ही आक्रोशित थे. गुरुवार को खोजी कुत्ता द्वारा घटना स्थल की जांच करने के दौरान ग्रामीणों को कुछ गलत फहमी हो गयी. एसपी ने कहा कि घटना की जांच करने पटना से फोरेंसिक टीम पहुंच गयी है. उन्होंने जांच शुरू भी कर दी है. बहुत जल्द ही घटना का उद्भेदन कर हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया जायेगा. उन्होंने लोगों से संयम व शांति बनाकर पुलिस जांच टीम को सहयोग करने की अपील की.