बेलदौर, खगड़ियाः महेशखूंट थाना क्षेत्र के बन्नी पंचायत अंतर्गत रोहरी गांव में चोरी के आरोप में दबंगों ने दो मासूम को गरम सलाखों से न सिर्फ दागा, बल्कि पुलिस के पास जाने पर अंजाम भुगत लेने की धमकी भी दी. बाद में डर से दोनों मासूमों का इलाज भी कराया. इतना सब कुछ होता रहा, लेकिन महेशखूंट पुलिस को इस घटना की भनक तक नहीं लगी.
बच्चों ने बताया नाम : मंगलवार की रात गांव के दुर्गा मंदिर के समीप पड़ोस के पन्नालाल चौरसिया के बेटी की शादी थी. इसमें जगन्नाथ साह का 14 वर्षीय पुत्र दीपक कुमार अपने दोस्तों के साथ शादी के काम में हाथ बंटा रहा था. इसी दौरान चार्ज में लगा प्रदीप चौरसिया का मोबाइल वहां से गायब हो गया. मोबाइल की खोजबीन किये जाने पर मासूम दीपक सहित अन्य बच्चों ने मोबाइल चोरी करते रमेश साह के बेटे पंकज कुमार को देखने की बात बतायी.
हाथ व छाती को दागा : इससे गुस्साये प्रदीप के रिश्तेदार आनंद कुमार व उसके परिजनों ने दीपक व पंकज को पूछताछ के लिए अपने घर बुलाया. संतोषपूर्वक जवाब नहीं मिलने पर उन लोगों ने दोनों बच्चों को बंद कमरे में कठोर यातना देते हुए गरम सलाखों से हाथ व छाती को बुरी तरह दाग दिया. दर्द से बिलखते बच्चों ने सहायता के लिए आसपास के लोगों को आवाज दी. गुस्से से आग बबुला घटना को अंजाम दे रहे दबंगों ने किसी को पास आने नहीं दिया. बाद में कुछ लोगों के प्रयास से दर्द से कराहते बच्चों को दबंगों के हाथों से मुक्त करवाया गया. दीपक ने जब घटना की पूरी दास्तान अपने पिता जगन्नाथ साह व माता ललिता देवी को सुनायी तो बेबस मां-बाप बिलख-बिलख कर रोने लगे. पूछताछ में दीपक ने बताया कि मोबाइल चोरी के खुलासे से भड़के अशोक साह के पुत्र आनंद कुमार ने सलाखों से दागा.
डरे सहमे हैं परिजन : शोर की आवाज सुनकर जावेद अली, विपिन चौरसिया, प्रदीप चौरसिया, सुबोध चौरसिया आदि ने दबंगों के कब्जे से मुक्त कराकर पीड़ित का इलाज कराया. तीन भाइयों में सबसे बड़े दीपक के पिता सब्जी बेचकर अपने परिवार का गुजारा करते हैं. गरीबी की मार ङोल रहे पीड़ित बच्चों के पिता गांव के दबंगों के डर से घटना की जानकारी पुलिस को देने या सदर अस्पताल जाकर उपचार कराने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं. घटना से बेखबर महेशखूंट थानाध्यक्ष मणिभुषण कुमार पीड़ित मासूम व उनके बेबस परिजनों की सुधि नहीं ली है. घटना को लेकर आसपास के ग्रामीणों में काफी आक्रोश है.