चंद्रमंडीह.
चकाई प्रखंड के दर्जनों शिक्षकों ने शनिवार को सांकेतिक धरना के साथ ही प्रतिवाद मार्च किया. शिक्षक नेता धर्म चंदन रजक एवं वीरेंद्र प्रसाद रावत के नेतृत्व में बांह में काली पट्टी बांधे प्रतिवाद मार्च में शामिल शिक्षक प्रखंड संसाधन केंद्र से निकलकर चकाई मुख्य चौक होते हुए प्रखंड मुख्यालय पहुंचे. जहां शिक्षकों के एक शिष्टमंडल ने ग्रामीण विकास पदाधिकारी सारिक अहमद को ज्ञापन सौंपकर न्याय की गुहार लगायी. शिक्षकों ने बताया कि हालिया दिनों में विद्यालयों में असामाजिक और अराजक तत्वों का हस्तक्षेप काफी बढ़ गया है. प्रधानाध्यापकों से जबरदस्ती रंगाई, पुताई, समतलीकरण आदि के लिए हस्ताक्षर करने के लिए कहा जा रहा है. इसी क्रम में बीते 26 अप्रैल को उच्च विद्यालय माधोपुर में स्थानीय मुखिया पंकज साह एवं टिंकू कुमार सहित अन्य लोगों ने विद्यालय पहुंचकर प्रधानाध्यापक विकास कुमार के साथ गाली-गलौज व मारपीट की. इसके साथ ही कक्षा संचालन को बाधित कर दिया गया. प्रधानाध्यापक द्वारा रंगाई पुताई की निविदा पर हस्ताक्षर नहीं करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गयी. शिक्षकों ने बताया कि इस दौरान मुखिया द्वारा प्रधानाध्यापक को हरिजन एक्ट सहित अन्य झूठे मुकदमे में फंसा देने की धमकी भी दी गयी. ऐसे में प्रधानाध्यापक को कभी भी झूठे मुकदमे में फंसाया जा सकता है. ऐसी स्थिति में शिक्षकों का सम्मान एवं सुरक्षा दोनों खतरे में होने के कारण विद्यालय संचालन एक कठिन एवं चुनौतीपूर्ण कार्य हो गया है. शिक्षकों ने कहा कि अगर इस तरह की घटनाओं पर राेक नहीं लगी, तो शिक्षकों की प्रतिष्ठा और प्राण दोनों बचाना मुश्किल हो जाएगा. शिक्षकों ने एक स्वर से भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृति को रोकने के लिए मुखिया पंकज साह, टिंकू कुमार एवं अन्य लोगों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है. वहीं इस संबंध में ग्रामीण विकास पदाधिकारी सारिक अहमद ने बताया कि मामले की गहराई से जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.26 अप्रैल को विद्यालय परिसर में मुखिया व प्रधानाध्यापक में हुई थी बहस
विदित हो कि 26 अप्रैल को विद्यालय परिसर में मुखिया पंकज साह एवं स्थानीय लोगों से प्रधानाध्यापक विकास कुमार की तीखी बहस हुई थी. इस दौरान पंकज साह एवं प्रधानाध्यापक ने एक-दूसरे पर कई तरह के आरोप प्रत्यारोप लगाये थे. इसके बाद स्थानीय समाजसेवियों ने तत्काल बीच बचाव कर मामले को सुलझाने का प्रयास किया था. लेकिन पुनः 28 अप्रैल को स्थानीय लोगों ने मुखिया पंकज साह की उपस्थिति में प्रधानाध्यापक पर कई तरह के आरोप लगाकर कार्रवाई की मांग करते हुए विरोध मार्च निकालकर जिलाधिकारी को आवेदन भेजा था. इसके बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मानस मिलिंद विद्यालय पहुंचकर मुखिया एवं प्रधानाध्यापक दोनों का पक्ष जानते हुए बेहतर माहौल में कार्य करने को लेकर चर्चा की थी. साथ ही जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपने की बात भी उन्होंने की थी. लेकिन मामला शांत होने के बजाय लगातार तूल पकड़ता जा रहा है.मौके पर थे मौजूद
मौके पर वीरेंद्र प्रसाद रावत, मनोज यादव, जयप्रकाश पासवान, अवध किशोर तूरी, उपेंद्र प्रसाद सिंह, सुरेश चंद्र यादव, परमानंद प्रसाद यादव, मो अलीमुद्दीन, राजीव कुमार, प्रेम प्रकाश सिंह, दिलीप यादव, दिग्विजय कुमार, जीतराम हांसदा, मो निजामुद्दीन, मनोज कुमार सहित बड़ी संख्या में शिक्षक मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है