महम्मदपुर : चर्चित सास-बहू हत्याकांड में थाने से पुलिस अभिरक्षा के दौरान चौकीदार पर हमला कर फरार हुई सुनीता को पुलिस ने बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के बनकटी गांव में छापेमारी कर आधी रात को गिरफ्तार कर लिया.
उसके आशिक ने भी अपनी गिरफ्तारी पुलिस को दी है. पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर महम्मदपुर थाने में फिर से पूछताछ शुरू कर दी है. युवती थाने से भाग कर अपने आशिक के साथ शादी कर ली. उसने एक मंदिर में जाकर शादी की और पुलिस को भनक तक नहीं लगी.
ध्यान रहे कि महम्मदपुर थाना क्षेत्र के कुशहर गांव के रामदेव दास की बहू नीतू कुमारी का अपहरण 11 नवंबर को करने के बाद उसकी हत्या कर शव को सारण जिले के जलालपुर थाना क्षेत्र के बेलकुंडा गांव के पास कुएं में फेंक दिया गया था. इसका राज जब उसकी सास छठी देवी को पता चला, तो उसने उसका भी अपहरण 22 नवंबर को करने के बाद उसकी हत्या कर शव को गन्ने के खेत में फेंक दिया था.
महम्मदपुर के थानाध्यक्ष विकास कुमार, महिला थानाध्यक्ष सरिता कुमारी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने रविवार को सीवान जिले के बसंतपुर थाना क्षेत्र के कन्हौली गांव से संजू देवी, महम्मदपुर के कुशहर से सुनीता कुमारी को थाना बुला कर जब पूछताछ की, तो पूरी घटना खुल कर सामने आ गयी. इस बीच आरोपित सुनीता सोमवार की सुबह महिला चौकीदार को धक्का देकर भाग निकली थी.
भागने के बाद वह अपने ही गांव कुशहर के रहनेवाले हरेराम के पास पहुंची और दोनों ने शादी रचा ली. पुलिस से बचने के लिए हरेराम सुनीता को लेकर अपनी बहन के घर बनकटी चला गया, जहां से पुलिस ने हरेराम के परिजनों से मिली सूचना पर छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया.
साहब! इसे छोड़ दीजिए, हत्या का आरोप मैं लेता हूं : साहब उसे छोड़ दीजिए, हम दोनों ने साथ जीने और मरने की कसम खायी है. सुनीता को छोड़ दीजिए. उसका सारा आरोप मैं अपने माथे लेता हूं.
मैंने ही नीतू और छठ देवी की हत्या की है. सुनीता इस कांड में निर्दोश है. मैं इसका अपराध कबूल करता हूं. उसे छोड़ दीजिए, मुझे जेल भेज दीजिए. महम्मदपुर थाने में गिरफ्तारी के बाद सुनीता को बार-बार निर्दोष बताते हुए हरेराम पुलिस के सामने गिड़गिड़ा रहा था.
हालांकि गोपालगंज से महिला थानाध्यक्ष सरिता कुमारी और वरीय पुलिस अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया था. गिरफ्तारी के बाद देखने के लिए लोगों का हुजूम जमा हो गया. पुलिस कस्टडी से भाग कर सुनीता ने शादी कर ली. कुछ लोग पुलिस की सुरक्षा पर सवाल खड़ा कर रहे थे.
सारण के गम्हारी मखनपुरा गांव की संजू का प्रेम उसी गांव के पड़ोसी धनेश कुमार के साथ चल रहा था. दोनों का प्रेम परवान पर था. इस बीच परिजनों ने संजू की शादी सीवान जिले के बसंतपुर के कन्हौली गांव में कर दी. संजू जब ससुराल गयी, तो भी उसका धनेश के साथ संबंध जारी रहा. इस अवैध संबंध की जानकारी उसकी शादीशुदा ननद नीतू देवी को हो गया.
नीतू ने इसका विरोध किया. इस बीच नीतू अपनी ससुराल कुशहर आकर रहने लगी. कुशहर में नीतू की ननद सुनीता का भी अवैध संबंध होने की बात सामने आयी. इस बीच सुनीता को नीतू की भौजाई संजू ने अपने प्रभाव में लिया. मोबाइल पर घंटों दोनों की बात होने लगी.
संजू ने सुनीता को गिरफ्त में लेकर नीतू की हत्या की साजिश रच डाली. सुनीता की मुखबिरी पर उसकी भौजाई नीतू का अपहरण 11 नवंबर को करने के बाद उसकी हत्या कर दी गयी. हत्या के बाद शव को बेलकुंडा के कुएं में फेक दिया गया था. नीतू की हत्या का राज अपनी बेटी सुनीता के मोबाइल पर बातचीत के दौरान उसकी छठी देवी ने सुन ली.
बहू की हत्या में बेटी की साजिश देख मां का सिर चकराने लगा था, लेकिन मामला खुले नहीं इसके लिए सुनीता ने अपनी ही मां की हत्या के लिए भी साजिश रच डाली. 22 दिसंबर को धनेश और मुन्ना ने मिल कर छठी देवी का अपहरण कर उसकी हत्या कर डाली.