खाते में डेढ़ लाख, अब तक निकला छह हजार
Advertisement
बैंक में नहीं मिल रहे पैसे, कैसे होगा चाचा का श्राद्ध
खाते में डेढ़ लाख, अब तक निकला छह हजार तीन िदनों से बैंक का लगा रहे हैं चककर दरभंगा : बड़े नोट की बंदी के बाद पैसे बदलवाने या निकासी करने आये बुजुर्गों को खासी परेशानी हो रही है. लगातार दौड़ लगाने के बावजूद पैसा नहीं मिलने से शादी विवाह तथा क्रिया-कर्म प्रभावित हो रहा […]
तीन िदनों से बैंक का लगा रहे हैं चककर
दरभंगा : बड़े नोट की बंदी के बाद पैसे बदलवाने या निकासी करने आये बुजुर्गों को खासी परेशानी हो रही है. लगातार दौड़ लगाने के बावजूद पैसा नहीं मिलने से शादी विवाह तथा क्रिया-कर्म प्रभावित हो रहा है. बेला निवासी इंद्रकांत झा (68) के चाचा की मृत्यु आठ नवंबर को हो गयी. 18 से 19 नवंबर तक श्राद्ध कर्म है. लेकिन पैसा के अभाव में क्रिया-कर्म में समस्या आ रही है. बैंक ऑफ इंडिया में पैसों की निकासी करवाने आये श्री झा ने बताया कि चाचा का श्राद्धकर्म करना है. लगातार तीन दिन से बैंक का चक्कर लगा रहा हूं. पैसा मिल नहीं पा रहा. ऐसे में कैसे करूंगा इसकी चिंता खाये जा रही है.
खाते में करीब एक लाख 75 हजार रुपये हैं. कर्म के लिए तत्काल 50 हजार रुपये की आवश्यकता है. इसके लिए लाइन में खड़े होकर तीन दिनों से लौटना पड़ रहा है. उम्र अधिक रहने के कारण लाइन में अधिक देर खड़ा नहीं हो पाता. दम फूलने लगता है. एक दिन चार हजार रुपये का फार्म भरा किसी तरह काट कर दो हजार मिला. आज मात्र चार हजार रुपया ही मिल पाया. 500 व 1000 रुपये का नोट चल नहीं रहा. उधार मिलता नहीं है. खाते में पैसा होते हुए भी बैंक दे नहीं रहा.
हाथ पसारने पर भी कहीं से कोई मदद नहीं हो रही. कालेधन पर नकेल कसने के लिए सरकार ने अच्छा पहल किया. बंदी से पहले सरकार पर्याप्त पैसों की व्यवस्था बैंक में कर देती तो अनिवार्य कामों के लिए जरूरतमंदों को यूं भटकना नहीं पड़ता. उन्होंने कहा कि सरकार के साथ धैर्य बनाकर सहयोग कर रहे हैं.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement