वाल्मीकिनगर : वाल्मीकिनगर स्थित पूर्वी गंडक नहर जल विद्युत परियोजना कोतराहां के सुरक्षा गार्डों द्वारा की जा रही हड़ताल व विरोध के कारण दूसरे दिन भी विद्युत उत्पादन बंद रहा. प्लांट के मुख्य गेट पर ताला लगा कर मजदूरों ने परियोजना कर्मियों के प्लांट में प्रवेश पर रोक लगा दी है. मजदूर अपनी मांगों के समर्थन में गेट पर जमे हुए है.
मजदूरों ने बताया कि उन्हें इस महंगाई के दौर में कुल वेतन 4126 रुपये ही मिलते हैं. जबकि उनके वेतन से छह सौ रुपये की कटौती की जाती है. कटौती का कोई साक्ष्य उन्हें प्राप्त नहीं है. एजेंसी के द्वारा उनका शोषण किया जा रहा है. मजदूरों के हड़ताल से जहां विद्युत उत्पादन ठप है वहीं विभाग का लगभग साढ़े तीन लाख रुपये का प्रतिदिन नुकसान हो रहा है. सबसे बड़ी समस्या कर्मियों के अंदर न जाने व प्लांट के देखरेख न होने से कभी भी प्लांट में पानी का जमाव हो सकता है.
इस कारण प्लांट के डूबने की संभावना है. अगर इस मामले का शीघ्र समाधान नहीं किया जाता है तो प्लांट डूबने की सूरत में सरकार को करोड़ों की क्षति होगी जो अपूर्णीय होगी. इस बावत परियोजना प्रभारी नवल किशोर सिंह ने दूरभाष पर बताया कि एजेंसी के द्वारा मजदूरों के समस्या के समाधान का प्रयास जारी है. शीघ्र ही इस मामले कोहल कर लिया जायेगा.