भागलपुर : धूरी यादव हत्याकांड मामले में भागलपुर पुलिस ने दो अभियुक्तों की गिरफ्तारी कर मामले के अन्य बिंदुओं से भी पर्दा उठा दिया है. 23 नवंबर को किशोर यादव की गिरफ्तारी के बाद गुरुवार शाम पुलिस ने छात्र नेता राज कुमार यादव और राजा राम सिंह के मुंगेर के रहने वाले साले सुमन कुमार को गिरफ्तार किया है.
हत्याकांड में पुलिस ने अभियुक्तों के शामिल होने के कारणों और इसके साक्ष्यों का भी खुलासा किया है. राजकुमार यादव जमीन विवाद, वर्चस्व की लड़ाई और चुनावी प्रतिद्वंद्विता की वजह से धूरी हत्याकांड में शामिल हुआ. जबकि, सुमन कुमार हत्याकांड के साजिश में शामिल राजा राम सिंह का साला है.
इस बात का खुलासा एसएसपी आशीष भारती ने प्रेस वार्ता के दौरान किया. एसएसपी ने बताया कि पिछले 4 नवंबर को उर्दू बाजार स्थित वाजिद अली लेन जाने वाले रास्ते के त्रिमुहानी के पास चिरंजीवी कुमार उर्फ धूरी यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. जांच के क्रम में एसआइटी को मिला कि झारखंड के जमशेदपुर सटे आदित्यपुर में रह रहा भागलपुरका कुख्यात गैंगस्टर अजय मिश्रा ने धूरी यादव के विरोधियों को एकजुट किया गया और धूरी यादव का ब्लूप्रिंट तैयार किया.
मामले में किशोर यादव की गिरफ्तारी के बाद तकनीकी और पारंपरिक अनुसंधान के आधार पर उर्दू बाजार के ही रहने वाले राजकुमार और मुंगेर जिला के नया रामनगर थाना क्षेत्र स्थित चंदनपुरा निवासी सुमन के हत्या की साजिश में शामिल होने का खुलासा हुआ. आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया. एसएसपी ने बताया कि घटना में शामिल अन्य साजिशकर्ता और हत्या को अंजाम देने वाले शूटरों को भी पुलिस जल्द गिरफ्तार कर लेगी.