दाउदनगर.
नगर पर्षद क्षेत्र में स्वच्छता के कार्यों में तेजी लाने व आम लोगों को जागरूक करने के लिए नगर विकास एवं आवास विभाग के निर्देशानुसार 10 स्वच्छता साथी का चयन किया गया है. लेकिन, यह चयन विवादों के घेरे में आ गया है. नव चयनित स्वच्छता साथी ने मंगलवार को योगदान भी दे दिया है. उनके द्वारा बुधवार से कार्य की शुरुआत भी कर दी जायेगी. वहींं, दूसरी ओर नप के ही वार्ड पांच के पार्षद बसंत कुमार ने चयन में साक्षात्कार के नाम पर कथित अनियमितता बरते जाने का आरोप लगाया है. वहीं, इओ ऋषिकेश ऋषिकेश अवस्थी ने वार्ड पार्षद के आरोपों को गलत बताया है.वार्ड पार्षद ने क्या लगाया आरोप
वार्ड पार्षद बसंत कुमार ने मुख्य पार्षद को एक पत्र लिखा है, जिसमें स्वच्छता साथी के चयन में अनियमितता एवं विभागीय पत्रों के अवमानना के विरुद्ध विशेष बैठक आयोजित करने की मांग की है. पत्र में उन्होंने कहा है कि नगर विकास एवं आवास विभाग के पत्र के आलोक में नगर निकायों में स्वच्छता साथी का चयन किया जाना है, जिसके आलोक में नप दाउदनगर में 12 फरवरी को साक्षात्कार के नाम पर कथित तौर पर अनियमितता कर चयन किया गया है. चयनित अभ्यर्थियों को अनुभव प्रमाण पत्र, चरित्र प्रमाण पत्र, शैक्षणिक योग्यता को दरकिनार कर मनमाने तरीके से विभागीय पत्रों का अवमानना करने का आरोप लगाते हुए कहा गया है कि साक्षात्कार में किसी तरह का मापदंड निर्धारित नहीं था, जिससे अभ्यर्थियों में रोष है. इसे देखते हुए उन्होंने तत्काल विशेष बैठक बुलाकर चयन प्रक्रिया व मापदंड की जांच करने की मांग की है. पत्र की प्रतिलिपि नगर विकास एवं आवास विभाग पटना के सचिव, डीएम व एसडीओ को भी भेजी गई है. वार्ड पार्षद वसंत कुमार ने नप से सूचना के अधिकार के तहत भी इससे संबंधित कई बिंदुओं पर जानकारी मांगी है.46 में 10 का चयन
स्वच्छता साथी के 10 पदों के लिए 46 अभ्यर्थियों द्वारा नप में आवेदन जमा किये थे. 12 फरवरी को साक्षात्कार के माध्यम से 10 स्वच्छता साथी का चयन किया गया है. सूत्रों से पता चला कि यह चयन इओ और एक अन्य पदाधिकारी की टीम द्वारा किया गया. इसमें नगर पर्षद के कोई प्रतिनिधि शामिल नहीं थे. वीडियोग्राफी की व्यवस्था भी नहीं थी.क्या कहते हैं ईओ
इओ ऋषिकेश अवस्थी ने बताया कि जनवरी महीने में ही स्वच्छता साथी का चयन कर लिया जाना था, लेकिन कतिपय कारणों से नहीं हो पाया था. 12 फरवरी को 10 स्वच्छता साथी का चयन इंटरव्यू के माध्यम से किया गया है. इसमें पूरी तरह विभागीय गाइडलाइन का पालन किया गया है. नप के किसी प्रतिनिधि के नहीं शामिल होने और वीडियोग्राफी नहीं होने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि ऐसा कोई विभागीय गाइडलाइन नहीं था.नव चयनित स्वच्छता साथी ने दिया योगदान
इओ ने अभी बताया कि नव चयनित 10 स्वच्छता साथी ने मंगलवार को योगदान दे दिया है. उन्हें कचरा प्लांट दिखाया गया है. बुधवार से वे कार्य को सुचारू रूप से करना शुरू कर देंगे.स्वच्छता साथी की क्या है जवाबदेही
स्वच्छता साथी की जवाबदेही है कि संबंधित वार्ड के सभी घरों का भ्रमण कर स्वच्छता से संबंधित जानकारी जुटायेंगे. घर के मुखिया को जागरूक व प्रेरित करेंगे. सुख एवं गीले कचरे को अलग-अलग कर निकाय की संग्रहण करने वाली गाड़ी को देने के लिए प्रेरित करेंगे. घर के मुखिया एवं अन्य सदस्यों से मिलकर समस्या का निराकरण करना और उन्हें समझाना, सिंगल यूज प्लास्टिक प्लास्टिक, कैरी बैग के उपयोग को बंद करने के लिए प्रेरित करना, घर पर ही कूड़ा से खाद बनाने की विधि बताना एवं खाद बनाने के लिए प्रेरित करना, वार्ड में छोटे स्तर पर छोटे-छोटे समूह की बैठक कर कचरे के फायदे एवं उससे स्वास्थ्य पर होने वाले प्रभाव पर चर्चा करना, स्वयं सहायता समूह की होने वाली मासिक बैठक में शामिल होना और स्वच्छता विषय पर चर्चा करना, एनयूएलएम के साथ समन्वय स्थापित करना, वार्ड में समाज के प्रबुद्ध एवं प्रमुख व्यक्तियों को सिटीजन लीडर के तौर पर तैयार करना, वार्ड पार्षद एवं वार्ड स्तर पर कार्य करने वाले कर्मचारियों के साथ समन्वय स्थापित करना, वार्ड के सभी रेजिडेंट्स वेलफेयर संगठन से संपर्क स्थापित करना, सभी विद्यालय में शौचालय की सफाई को विद्यालय के मैनेजमेंट कमेटी के साथ समन्वय स्थापित करते हुए सुनिश्चित करना, सिटिजन फीडबैक के लिए घर-घर जाकर ऐप के माध्यम से फीडबैक रजिस्टर करना, विभिन्न प्रकार के पोस्टर, बैनर लगवाने नुक्कड़ नाटक वीडियो सॉन्ग आदि में सहयोग करना, निकाय स्तर पर निर्मित कम्युनिटी टॉयलेट एवं पब्लिक टॉयलेट की स्थिति से सहायक लोक स्वच्छता पदाधिकारी को अवगत कराना एवं फीडबैक रजिस्टर करने के लिए नागरिकों को प्रेरित करना, वार्ड के सभी बल्क वेस्ट जेनरेटर जो 100 किलोग्राम से ज्यादा कचरा प्रतिदिन उत्पन्न करते हों की पहचान करना, स्वच्छ सर्वेक्षण के सभी गतिविधियों में सहयोग करना, घर एवं सामुदायिक शौचालय को साफ रखने, रसोई घर से निकलने वाले पानी का सही उपयोग एवं शौचालय से निकलने वाले पानी से होने वाले नुकसान पर नागरिकों को जागरूक करना है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है