अंबा (औरंगाबाद) : अंबा ब्लॉक का बीडीओ कार्यालय बंद रहता है. इसे देख कर लोग यह समझ जाते है कि बीडीओ साहब नहीं आये है. गांव से आने वाले लोग बीडीओ को ब्लॉक कार्यालय में रहने के बाद भी उनसे मिले बगैर ही वापस चले जाते है. वापस जाना उनकी मजबूरी है क्योंकि सभी ग्रामीण बीडीओ को पहचानते भी नहीं है.
वे उनके ऑफिस को बंद देखकर वापस चले जाते है. 28 दिसंबर को जब डीडीसी भी आये तो ऑफिस को बंद पाया. उन्होंने खुलवाने का प्रयास भी किया,लेकिन चावी हीं नहीं मिली. बीडीओ साहब अगर आते भी है तो सभागार भवन में जाकर अपने कर्मियों के साथ बैठ कर काम करते है.
हां! कर्मियों के साथ बैठक के दिन उनका कार्यालय खुला मिलता है और वे कार्यालय में उपस्थित भी रहते है. पर, मिटिंग होने के कारण किसी को कार्यालय में जाने से रोक दिया जाता है.सबसे बड़ी बात तो यह है कि सभागार भवन में बैठ कर वे अपना कार्य का निष्पादन करते हैं और कार्यालय में मिटिंग की जाती है.