24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

जिले भर में पूजे गये भगवान चत्रिगुप्त

जिले भर में पूजे गये भगवान चित्रगुप्त प्रतिनिधि, औरंगाबाद (नगर) जिले में शुक्रवार को बड़े ही उत्साह व हर्षोल्लास के बीच चित्रगुप्त पूजा संपन्न हुआ. शहर के बिराटपुर स्थित चित्रगुप्त सामुदायिक भवन, सत्येन्द्र नगर, श्रीकृष्ण नगर, शाहपुर, क्लब रोड, कर्मा रोड, सिंचाई कॉलोनी सहित जिले के विभिन्न प्रखंडों के चित्रांश परिवारों ने भगवान की पूजा-अर्चना […]

जिले भर में पूजे गये भगवान चित्रगुप्त प्रतिनिधि, औरंगाबाद (नगर) जिले में शुक्रवार को बड़े ही उत्साह व हर्षोल्लास के बीच चित्रगुप्त पूजा संपन्न हुआ. शहर के बिराटपुर स्थित चित्रगुप्त सामुदायिक भवन, सत्येन्द्र नगर, श्रीकृष्ण नगर, शाहपुर, क्लब रोड, कर्मा रोड, सिंचाई कॉलोनी सहित जिले के विभिन्न प्रखंडों के चित्रांश परिवारों ने भगवान की पूजा-अर्चना की. क्या है बॉक्स———-भगवान चित्रगुप्त की महिमाऐसी मान्यता है कि भगवान चित्रगुप्त की पूजा करने से समस्त पापों से मुक्ति मिल जाती है और देव लोक की प्राप्ति होती है. कार्तिक शुक्ल पक्ष की उत्तम तिथि द्वितीया को चित्रांश परिवार चित्रगुप्त की पूजा करते हैं. भगवान चित्रगुप्त जिनका जन्म ब्रम्हा के शरीर से हुआ था. कहा जाता है कि ब्रम्हा ने एक बार एकाग्रचित होकर दस हजार दस सौ वर्ष की समाधि ली थी. जब समाधि खत्म हुयी तो उनके काया से बड़े-बड़े भुजाओं वाले, तेजस्वी, अतिबुद्धिमान, हाथ में कलम और दावात लिए एक पुरूष उत्पन्न हुआ. ब्रम्हा की काया से उत्पन्न हुए उस पुरुष को ब्रह्मा ने कायस्थ की संज्ञा दी और कहा कि पृथ्वी पर चित्रगुप्त नाम से विख्यात होंगे. जिनका काम यम लोक में स्थिर होकर पृथ्वी को समस्त प्राणियों के हिसाब रखना होगा. बाद में यही चित्रगुप्त के श्रीवास्तव, अंबष्ट, कर्ण,गौड़, माथुर, भटनागर, सेनक एवं अहिगन आदि पुत्र हुए जिनके वंशज कायस्थ जाति से विख्यात है. भगवान चित्रगुप्त ने ही भीष्म पितामह के भक्ति भावपूर्ण पूजन से खुश होकर उन्हें यह वरदान दिया था कि उनकी मृत्यु नहीं होगी, जब तक कि वे स्वयं मृत्यु का आह्वान नहीं करेंगे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें