चार विधायक पहली बार पहुंचेंगे विधानसभापहली बार में ही आनंद, वीरेंद्र ,मनोज व राजेश को मिला जनता का आशीर्वाद औरंगाबाद(ग्रामीण)विधानसभा का चुनाव औरंगाबाद में नामांकन से मतगणना तक सुर्खियों में रहा. 16 अक्तूबर को द्वितीय चरण में औरंगाबाद के सभी छह विधानसभा क्षेत्र में चुनाव हुआ. टिकट बंटवारे को लेकर प्रारंभ में हलचल हुई जो अंत तक रही. मतगणना के उपरांत कई दिग्गजों को हार का सामना करना पड़ा और जो जीते उनमें अधिकतर पहली बार विधानसभा में अपनी उपस्थिति दर्ज करायेंगे. ओबरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीते राजद प्रत्याशी वीरेंद्र कुमार सिन्हा, औरंगाबाद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी आनंद शंकर, गोह विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी मनोज कुमार व कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी राजेश कुमार पहली बार विधानसभा पहुंचे हैं. इन सभी को पहले ही प्रयास में जनता का प्यार मिला और ये चुनाव में जीत दर्ज की. राजेश कुमार पूर्व मंत्री स्व दिलकेश्वर राम के पुत्र हैं, जबकि मनोज कुमार पूर्व विधायक डीके शर्मा के पुत्र हैं. इन दोनों को राजनीति विरासत में मिली है. आनंद शंकर युवा कांग्रेस के लोकसभा अध्यक्ष हैं और उनके पिता यमुना सिंह कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष रह चुके हैं. वीरेंद्र कुमार सिन्हा को विरासत में राजनीति नहीं मिली है, बल्कि पंचायत व पैक्स चुनाव से सुर्खियों में आये और जनता का आशीर्वाद प्राप्त किया. रफीगंज व नवीनगर से चुनाव जीते अशोक कुमार सिंह व वीरेंद्र सिंह विधानसभा का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि नये चेहरे के रूप में चुनाव में सामने आये गोह से मनोज कुमार व औरंगाबाद से आनंद शंकर ने दिग्गजों को धूल चटायी है. आनंद ने औरंगाबाद से तीन बार विधायक व पूर्व मंत्री रह चुके भाजपा के रामाधार सिंह को 18 हजार 146 मतों से पराजित किया. यह औरंगाबाद के लिए बड़ी जीत और बड़ी हार है. इस जीत के पीछे कई कारण है,जो जनता जानती है. इसी तरह गोह से चुनाव जीते मनोज कुमार ने लगातार दो बार विधायक रहे जदयू के डाॅ रणविजय कुमार को 7 742 मतों से पराजित किया. कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र में हम व कांग्रेस के दोनों ही प्रत्याशी पहली बार चुनाव मैदान में उतरे थे और दोनों कदावार नेताओं के पुत्र थे. हम प्रत्याशी संतोष कुमार सुमन पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के पुत्र थे और कांग्रेस प्रत्याशी राजेश कुमार पूर्व मंत्री दिलकेश्वर राम के पुत्र हैं. पूर्व मंत्री के पुत्र , पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र पर भारी पड़े.जीत का दावा करनेवालों को जनता ने नकाराकुटुंबा विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े पूर्व मंत्री डाॅ सुरेश पासवान व रफीगंज विधानसभा क्षेत्र से जन अधिकार पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े पूर्व विधायक सुरेश मेहता को जनता का समर्थन नहीं मिला. जीत के दावे करने वाले इन दोनों दिग्गजों को बड़ी हार का सामना करना पड़ा. डाॅ सुरेश पासवान को 6620 मत ही मिले, जबकि सुरेश मेहता को मात्र 1240 मत से ही संतोष करना पड़ा. इन दोनों ने सपने में भी इतनी बड़ी हार नहीं सोची होगी. नामांकन के दौरान समर्थकों की भीड़ इकट्ठी कर इन दोनों ने जीत का दावा किया था,लेकिन मतगणना के बाद इनके दावे पस्त हो गये. डाॅ सुरेश पासवान ने कहा कि हम मतदाताओं को बधाई देते हैं कि हम प्रत्याशी को बाहरी होने के कारण बाहर का रास्ता दिखा दिया. भाजपा पर भी उन्होंने कटाक्ष किया है और कहा है कि टिकट बेचने में ये भी पीछे नहीं रहे. बुरी तरह से हारने वाले जिला के नेता टिकट का निर्णय करवाने में लगे थे. ऐसी हालात में भाजपा गंठबंधन का सुपड़ा साफ होना ही था.औरंगाबाद में हाथी पर नहीं सवार हुए लोगऔरंगाबाद जिले के सभी छह विधानसभा चुनाव मेें बहुजन समाज पार्टी की करारी हार हुई है. औरंगाबाद विधानसभा क्षेत्र में कौशल कुमार सिंह तीसरे नंबर पर रहे. उन्हें 15 हजार 210 मत प्राप्त हुआ. इस क्षेत्र के अलावे कहीं भी बसपा लड़ाई में नहीं रही. हालांकि नवीनगर विधानसभा क्षेत्र में बसपा प्रत्याशी मंजु देवी को 17 हजार 106 मत प्राप्त हुए, जो सभी बसपा प्रत्याशी में सबसे अधिक मत है. इसके अलावे कहीं भी बसपा प्रत्याशियों को सात हजार से अधिक मत नहीं मिला. नवीनगर व औरंगाबाद में चुनाव के पहले जिस तरह से पार्टी प्रत्याशियों ने धुंआधार प्रचार- प्रसार किया. प्रारंभ में जनता का समर्थन भी इन दोनों को मिला, लेकिन चुनाव के बाद जो मतगणना हुई वह साबित कर दिया कि जनता हाथी पर सवार होना ही नहीं चाहती. हालांकि कौशल कुमार सिंह को पूर्व चुनाव से अधिक मत प्राप्त हुए हैं.लोगों ने दिया भरपूर प्यार : कुमार गौरव औरंगाबाद विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े निर्दलीय प्रत्याशी कुमार गौरव ने हार के बाद कहा कि लोगों ने मुझे भरपूर प्यार दिया, मैं उनके साथ सदैव जुड़ा रहूंगा. प्रत्याशी चुनाव हार कर जनता को भूल जाते हैं. पर मैं उनके हर सुख-दुख में खड़ा रहूंगा. चुनाव के दौरान औरंगाबाद विधानसभा के कई नये क्षेत्रों का दौरा करने का मौका मिला, नये लोग मिले और पहली बार में ही मुझ पर विश्वास किया. मैं इसे सदा याद रखूंगा. औरंगाबाद की जनता भविष्य में मुझे एक बार जरूर सेवा का मौका देगी. औरंगाबाद के छह विधानसभा के सभी विजयी प्रत्याशी को मैं हृदय से बधाई देता हूं.
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चार विधायक पहली बार पहुंचेंगे विधानसभा
चार विधायक पहली बार पहुंचेंगे विधानसभापहली बार में ही आनंद, वीरेंद्र ,मनोज व राजेश को मिला जनता का आशीर्वाद औरंगाबाद(ग्रामीण)विधानसभा का चुनाव औरंगाबाद में नामांकन से मतगणना तक सुर्खियों में रहा. 16 अक्तूबर को द्वितीय चरण में औरंगाबाद के सभी छह विधानसभा क्षेत्र में चुनाव हुआ. टिकट बंटवारे को लेकर प्रारंभ में हलचल हुई जो […]
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