मदनपुर (औरंगाबाद) : शिक्षक समाज का आईना व भविष्य के निर्माता होते हैं. शिक्षक से बहुत से अच्छे आचरण को सिख कर नकल भी छात्र करते हैं. लेकिन, मदनपुर प्रखंड में नवनियुक्त पंचायत शिक्षकों का यदि बच्चों ने सिख ली तो देश का क्या होगा? शिक्षक बनाने के लिए इतना अनियमितता कहीं नहीं आप न सुने होंगे न ही देखने को आगे ही मिलने वाला है.
इसमें 101 नामक पत्रंक से ही अनियमितता का मूल जड़ माना जा रहा है. मामला यह है कि पूरे प्रखंड में मात्र 258 शिक्षकों के लिए पद रिक्त थे. लेकिन, 450 शिक्षकों की बहाली हुई है. गड़बड़ी ऐसी कि, जिन विद्यालयों में एक पद रिक्त था वहां पर दर्जनों शिक्षक बहाल कर दिये गये. बहाल सभी शिक्षक विगत सात माह से कार्य भी कर रहे हैं. लेकिन जब शिक्षकों ने वेतन के लिए आवाज उठायी तो 101 का पत्रांक उन्हें परेशान करने लगे.
मामला यह है कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मदनपुर द्वारा सभी विद्यालयों में पत्रंक 101, दिनांक 30 अप्रैल 14 की प्रति दी गयी. इसमें यह साफ अंकित है कि पत्र में लिखित शिक्षक ही उनके द्वारा बहाल किये गये हैं. नतीजतन प्रधानाध्यापक द्वारा पत्र में नाम नहीं होने वाले शिक्षकों की सेवा समाप्त करते हुए उन्हें हटा दिया. लेकिन हटाये गये शिक्षकों ने पुन:प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मदनपुर का पत्रंक 101, दिनांक 30 अप्रैल 2014 का दूसरा पत्र लाकर देते है,जिसमें उनकी सेवा पुन: बहाल कर दी जाती है.
नतीजतन प्रधानाध्यापक के सामने असमंजस की स्थिति कायम हो चुकी है कि किन शिक्षकों की नियुक्ति असली है व किन शिक्षकों की नकली. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्वारा एक नंबर के दो पत्रंक आखिर कैसे जारी हो रहे हैं. ऐसे में कौन पत्रंक असली है और कौन नकली कहना मुश्किल है, या इसकी जांच होने के बाद ही खुलासा होगा. ऐसा ही एक मामला प्रखंड के मध्य विद्यालय बेरी में भी है. विद्यालय के प्रधानाध्यापक शंभु शरण सिंह ने बताया कि विद्यालय में गणित विषय के लिए मात्र एक पद रिक्त था. लेकिन इसके एवज में 13 शिक्षकों की बहाली यहां की गयी. सात माह काम करने के बाद पत्रंक 101 द्वारा अरुण कुमार की सेवा असली बताते हुए पत्र निर्गत किये गये, जिसका पत्रंक 101 है. शेष शिक्षक मंटू कुमार, संजय कुमार, अरुण कुमार, मीरा कुमारी, सोनी कुमारी प्रथम, सोनी कुमार द्वितीय, संगीता कुमारी, रामाशीष कुमार सहित 12 शिक्षकों की सेवा को अवैध करार देते हुए नौ मई 2014 को हटा दिया गया. इसी प्रकार पूरे प्रखंड के मध्य विद्यालयों में कई शिक्षकों को प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मदनपुर विमला मरिया लकड़ा द्वारा जारी पत्रंक 101 के माध्यम से उनकी सेवा को फर्जी बता कर हटा दिया गया. लेकिन पुन: 12 मई 2014 को प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्वारा पुन: पत्रंक 101 का दूसरा पत्र हटाये गये शिक्षकों द्वारा पेश किया गया, जिसमें उनकी सेवा को वैध ठहराया जा रहा है. नतीजतन प्रधानाध्यापक सहित नवनियुक्त प्रखंड शिक्षकों को प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मदनपुर द्वारा भेजा गया पत्रंक 101 परेशान कर रहा है.