इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेमी ओवरटन(Jamie Overton) ने सोमवार को बड़ा फैसला लेते हुए रेड-बॉल क्रिकेट से अनिश्चितकालीन ब्रेक की घोषणा कर दी. 31 वर्षीय ओवरटन का कहना है कि अब वह शारीरिक और मानसिक रूप से सभी प्रारूपों में खुद को झोंकने के लिए तैयार नहीं हैं. ओवरटन ने सिर्फ दो टेस्ट मैच इंग्लैंड के लिए खेले हैं और उन्होंने आखिरी बार भारत के खिलाफ ओवल टेस्ट में हिस्सा लिया था. हालांकि, अब उनका पूरा फोकस व्हाइट-बॉल क्रिकेट पर होगा. (Jamie Overton Takes Indefinite Break From Red Ball Cricket)
सोशल मीडिया पोस्ट में किया बड़ा ऐलान
जेमी ओवरटन ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट शेयर कर अपने फैसले की जानकारी दी. उन्होंने लिखा, “काफी सोच-विचार के बाद, मैंने रेड-बॉल क्रिकेट से अनिश्चितकालीन ब्रेक लेने का फैसला किया है. मैं बेहद भाग्यशाली हूं कि इंग्लैंड के लिए दो टेस्ट मैच और कुल 99 प्रथम श्रेणी मैच खेलने का मौका मिला. रेड-बॉल क्रिकेट ने मेरे करियर की नींव रखी और यही मेरे लिए हर अवसर का रास्ता बना.”
ओवरटन ने आगे कहा कि लगातार क्रिकेट कैलेंडर और शारीरिक-मानसिक थकान की वजह से अब सभी प्रारूपों के लिए पूरी तरह समर्पित रहना संभव नहीं है.
व्हाइट-बॉल क्रिकेट पर रहेगा फोकस
ओवरटन ने साफ किया कि अब उनका पूरा ध्यान सफेद गेंद वाले क्रिकेट पर होगा. वह इंग्लैंड के लिए अब तक छह वनडे और 12 टी20 इंटरनेशनल मैच खेल चुके हैं. इसके अलावा वह दुनिया की सबसे बड़ी फ्रेंचाइज़ी लीग आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम का हिस्सा हैं. हाल ही में उन्होंने इंग्लैंड में खेले जा रहे द हंड्रेड टूर्नामेंट में लंदन स्पिरिट का प्रतिनिधित्व किया था. माना जा रहा है कि रेड-बॉल क्रिकेट से दूरी बनाने का एक बड़ा कारण टी20 लीग्स में उपलब्ध रहना भी हो सकता है.

2012 में शुरू हुआ सफर
जेमी ओवरटन ने 2012 में काउंटी क्रिकेट क्लब सरे से अपने फर्स्ट क्लास करियर की शुरुआत की थी. वह इंग्लिश काउंटी सर्किट में लगातार अच्छे प्रदर्शन करते रहे और इंग्लैंड की टेस्ट टीम तक पहुंचे. उनके फर्स्ट क्लास करियर के आंकड़े भी संतुलित रहे हैं. ओवरटन ने 99 प्रथम श्रेणी मैचों में कुल 2410 रन बनाए, जिसमें एक शतक और 13 अर्द्धशतक शामिल हैं. गेंद से भी उनका प्रदर्शन प्रभावशाली रहा है, उन्होंने 31.66 की औसत से 239 विकेट अपने नाम किए.
छोटा टेस्ट करियर, योगदान अहम
हालांकि टेस्ट करियर में ओवरटन सिर्फ दो मैच ही खेल पाए, लेकिन उन्होंने अपने हर मौके का भरपूर इस्तेमाल किया. भारत के खिलाफ ओवल टेस्ट में उनका प्रदर्शन यादगार रहा, जहां उन्होंने बल्ले और गेंद दोनों से योगदान दिया था. इंग्लैंड के पास तेज गेंदबाजी में पहले से ही कई विकल्प मौजूद हैं, लेकिन ओवरटन ने अपनी गति और आक्रामकता से अलग पहचान बनाई. रेड-बॉल क्रिकेट से ब्रेक लेकर उन्होंने संकेत दिया है कि उनका करियर अब सीमित ओवरों की ओर ज्यादा झुकेगा.
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