नयी दिल्लीः भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने पुरुष टीम के मुख्य कोच सहित सहयोगी स्टाफ की नियुक्ति के लिए आवेदन मंगाना शुरू कर दिया है. आवेदकों के लिए यह जरूरी है कि वो 60 बरस से कम का हो और कम से कम दो साल का अंतरराष्ट्रीय अनुभव हो. बीसीसीआई मुख्य कोच के अलावा बल्लेबाजी कोच, गेंदबाजी कोच, क्षेत्ररक्षण कोच, फिजियोथेरेपिस्ट, स्ट्रैंथ एवं अनुकूलन कोच और प्रशासनिक मैनेजर की नियुक्त करेगा.
इन सभी पदों के लिए आवेदन की अंतिम तारीख 30 जुलाई को शाम पांच बजे तक है. जुलाई 2017 में रवि शास्त्री को मुख्य कोच नियुक्त किए जाने से पहले बीसीसीआई ने नौ बिंदुओं वाले पात्रता दिशानिर्देश दिए थे जिसमें पूरी तरह से स्पष्टता नहीं थी. इस बार तीन बिंदुओं के पात्रता दिशानिर्देश जारी किए गए हैं.
बीसीसीआई ने बयान में कहा कि टीम इंडिया के मौजूदा कोचिंग स्टाफ को नियुक्ति की प्रक्रिया में स्वत: प्रवेश मिलेगा. मुख्य कोच को टेस्ट खेलने वाले देश को न्यूनतम दो साल कोचिंग देने का अनुभव होना चाहिए या एसोसिएट सदस्य/ए टीम/आईपीएल टीम को तीन साल कोचिंग देने का अनुभव होना चाहिए.
साथ ही आवेदक ने 30 टेस्ट या 50 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हों. बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण कोच के लिए पात्रता नियम समान है और सिर्फ आवेदक द्वारा खेले गए मैचों की संख्या में अंतर है. इन तीन पद के आवेदक ने कम से कम 10 टेस्ट या 25 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले होने चाहिए.
भारत के तीन अगस्त से तीन सितंबर तक होने वाले वेस्टइंडीज दौरे को देखते हुए शास्त्री, गेंदबाजी कोच भरत अरूण, बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ और क्षेत्ररक्षण कोच आर श्रीधर के अनुबंध को विश्व कप के बाद 45 दिन के लिए बढ़ाया गया है. ये सभी पुन: आवेदन कर सकते हैं लेकिन टीम को नया ट्रेनर और फिजियो मिलना तय है क्योंकि विश्व कप सेमीफाइनल में भारत की हार के बाद शंकर बसु और पैट्रिक फरहार्ट टीम से अलग हो गए हैं.
वेस्टइंडीज दौरे के बाद भारत के घरेलू सत्र की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 15 सितंबर से होगी. शास्त्री को अनिल कुंबले का कार्यकाल विवादास्पद परिस्थितियों में बीच में समाप्त हो जाने के बाद 2017 में मुख्य कोच नियुक्त किया गया था. भारत ने हालांकि उनके कोच रहते हुए कोई बड़ा आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीता हालांकि टीम ने इस साल के शुरू में आस्ट्रेलिया में पहली टेस्ट श्रृंखला जीतकर इतिहास रचा था.