साउथम्पटन :जोस बटलर एक बार फिर भारतीय गेंदबाजों के लिए सिरदर्द बने और उनकी 69 रन की पारी की बदौलत इंग्लैंड ने चौथे टेस्ट मैच के तीसरे दिन खेल खत्म होने तक आठ विकेट पर 260 रन बना लिये हैं. इंग्लैंड की कुल बढ़त 233 रन की हो गयी है और दोहरी तेजी वाले विकेट पर यह मुश्किल लक्ष्य हो सकता है.
बटलर ने बेन स्टोक्स (110 गेंद में 30 रन) के साथ छठे विकेट के लिए 56 रन और सैम कुरेन (67 बाल में नाबाद 37 रन) के साथ सातवें विकेट लिए 55 रन की साझेदारी कर टीम को मुश्किल स्थिति से उबारा.
भारत टीम को चौथी पारी में कितने रनों का पीछा करना होगा यह इस बात पर तय होगा की कल गेंदबाज सैम कुरेन का विकेट कितनी जल्दी लेते हैं. बटलर को शुरूआत में इशांत शर्मा और मोहम्मद शमी ने काफी परेशान किया लेकन अपने नौवें अर्धशतकीय पारी के दौरान उन्होंने आत्मविश्वास और जीवटता दिखाई. उन्होंने 122 गेंद की पारी में सिर्फ उन्हीं गेंदों पर रन बनाने की कोशिश की जो उनकी पहुंच में थे. कप्तान जो रूट (48) के रन आउट होने के बाद टीम मुश्किल में थी.
इस समय इंग्लैंड के 122 रन तब पांच विकेट गिर गये थे और उनकी बढ़त 100 रन से भी कम थी लेकिन बटलर ने अपनी पारी से टीम को मजबूत स्थिति में खड़ा कर दिया. भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (35 ओवर में 78 रन पर एक विकेट) ने रन कम जरूर दिये लेकिन वह मोईन अली की तरह प्रभावी नहीं दिखे. अश्विन मोहम्मद शमी (53 रन पर तीन विकेट), इशांत शर्मा (36 रन पर दो विकेट) और जसप्रीत बुमराह (51 रन पर एक विकेट) के पैरों के निशान का फायदा नहीं उठा सके. उन्हें एकमात्र सफलता स्टोक्स के विकेट के रूप में मिली जिनका कैच अजिंक्य रहाणे ने पकड़ा. स्टोक्स और बटलर ने 22 ओवर तक भारतीय गेंदबाजों को विकेट से महरूम रखा. बटलर और कुरेन ने इसके बाद भारतीय गेंदबाजों को लगभग 17 ओवर तक परेशान किया. नयी गेंद मिलने के बाद आखिरकार बटलर को पगबाधा आउट किया गया. भारतीय टीम ने इससे पहले दो सत्रों में अपना दबदबा कायम रखा था. दिन के दूसरे सत्र में भारत को सबसे बड़ी सफलता कप्तान जो रूट के विकेट के रूप में मिली जो मोहम्मद शमी के थ्रो पर रन आउट हुए. मोहम्मद शमी ने लंच से ठीक पहले जेनिंग्स को पगबाधा आउट किया.
लंच के बाद पहली ही गेंद पर उन्होंने जानी बेयरस्टा (00) को भी चलता किया. इसके बाद अगले 14 ओवर तक रूट और स्टोक्स ने भारतीय गेंदबाजी का डटकर सामना किया. इस दौरान शमी ने शानदार गेंदबाजी की और इंग्लैंड के बल्लेबाजों को लगातार परेशान किया. भारत की सटीक गेंदबाजी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दूसरे सत्र में इंग्लैड़ के बल्लेबाज सिर्फ 60 रन जोड़ सके. सत्र में भारत के लिए सबसे अहम क्षण पारी के 46वें ओवर में आया जब स्टोक्स के शॉट पर रूट रन चुराने की कोशिश में अपना विकेट गवां बैठे. मिडविकेट पर खड़े शमी का थ्रो सीधे विकेट पर जा लगा और रूट क्रीज से बाहर थे. लंच के समय इंग्लैंड का स्कोर तीन विकेट पर 92 रन था. रूट और जेनिंग्स ने तीसरे विकेट के लिये 59 रन जोड़े. मोहम्मद शमी ने लंच से ठीक पहले जेनिंग्स को पगबाधा आउट किया. बल्लेबाज ने डीआरएस का सहारा लिया लेकिन उससे भी उन्हें फायदा नहीं मिला. सुबह इंग्लैंड ने बिना किसी नुकसान के छह रन से आगे खेलना शुरू किया.
जेनिंग्स और एलिस्टेयर कुक (12) ने धीमी शुरुआत की. जसप्रीत बुमराह ने 13वें ओवर में कुक को दूसरी स्लिप में खड़े केएल राहुल के हाथों कैच कराकर भारत को पहली सफलता दिलायी. मोईन अली (नौ) को तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिये भेजा गया लेकिन इंग्लैंड का यह दांव नहीं चला. इशांत शर्मा ने 16वें ओवर में उन्हें आउट किया. राहुल ने फिर से नीचा रहता हुआ कैच लिया जब रीप्ले से भी साफ हो गया कि कैच सही तरह से लिया गया तो मोईन को पवेलियन की राह पकड़नी पड़ी. राहुल का यह श्रृंखला में 11वां कैच है जो कि किसी भारतीय क्षेत्ररक्षक का इंग्लैंड में नया रिकार्ड है. इससे पहले 2002 के दौरे में राहुल द्रविड़ ने दस कैच लिये थे.