Saptahik Vrat: हिंदू धर्म में देवी-देवताओं को समर्पित सप्ताह के हर दिन के व्रत का कोई न कोई भगवान या ग्रह से संबंध होता है. हिंदू धर्म के लोग अपने विशेष कामना के लिए विशेष व्रत रखते हैं. इन व्रतों को करने से लोगों को आध्यात्मिक लाभ के साथ शारीरिक और मानसिक लाभ भी मिलते हैं.
रविवार का व्रत
हिंदू धर्म में रविवार का व्रत सूर्य देव को समर्पित माना जाता है. इस व्रत से सूर्य नारायण की कृपा मिलती है. इससे जातक का तेज और आत्मविश्वास तो बढ़ता ही है साथ ही मान-सम्मान भी प्राप्त होता है. इस व्रत को सुख-सौभाग्य के साथ साथ शत्रुओं पर विजय पाने के लिए भी रखा जाता है.
सोमवार का व्रत
सोमवार का व्रत भगवान शिव और चंद्र देव की उपासना के लिए रखा जाता है. इस दिन के व्रत से मानसिक शांति तो मिलती ही है साथ ही धन-वैभव में भी वृद्धि होती है.
मंगलवार का व्रत
मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है. इस दिन के व्रत से बजरंगबली साहस और ऊर्जा प्रदान करते हैं. साथ ही इससे भूमि, भवन और वाहन सुख की तो प्राप्ति होती है. माना जाता है कि इस व्रत से मंगल दोष भी शांत होता है.
बुधवार का व्रत
बुधवार के दिन व्रत करने पर बुध ग्रह और भगवान गणेश का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इस व्रत के पुण्ण से बुद्धि-विवेक में वृद्धि होती है और साथ ही कैरियर और व्यापार में भी उन्नति होती है.
गुरुवार का व्रत
गुरुवार का दिन भगवान विष्णु के लिए समर्पित है. गुरुवार का व्रत रखने से कुंडली में बृहस्पति मजबूत होता है, जिससे सुख, सौभाग्य और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है.
शुक्रवार का व्रत
शुक्रवार देवी लक्ष्मी और शुक्र ग्रह को प्रसन्न करने के लिए रखा जाता है. यह व्रत व्यक्ति के जीवन में सुख-साधन और आर्थिक समृद्धि तो लाता ही है और साथ ही इससे दांपत्य सुख और वैभव भी बढ़ता है.इस दिन व्रत रखने से पुत्र की आयु भी बढ़ती है.
शनिवार का व्रत
शनिवार का दिन शनिदेव के लिए समर्पित है.माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने से शनि दोष दूर होता है और जीवन की परेशानियां दूर होती हैं. इस व्रत से लोहे और मशीन से संबंधित कारोबार में भी लाभ मिलता है.

