नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को पार्टी के द्वारा किये गये अपने 70 वादों से मुकरते दिखे. उन्होंने कहा कि यदि पांच साल में उनकी सरकार ने चुनाव में किए गए 50 फीसदी वादे भी पूरा करती है तो उनके लिए यह अच्छा ही है. यह जनता के लिए बुरा नहीं होगा.
‘सिविल सेवा दिवस’ की पूर्व संध्या पर एक सभा को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार ईनाम और सजा देने की एक पारदर्शी प्रणाली विकसित करने की कोशिश कर रही है ताकि जवाबदेही तय की जा सके और दक्षता में सुधार के लिए अधिकारियों में प्रतिस्पर्धा पैदा की जा सके.
केजरीवाल ने कहा, ‘‘पिछले दो महीने में नौकरशाहों के साथ मेरा अनुभव काफी अच्छा रहा है..आज मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि जब सरकार बनी थी तो इस बात को लेकर घबराहट थी कि क्या वे कर पाएंगे या वे कितना कर पाएंगे या नहीं कर पाएंगे.’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘लोगों की हमसे बडी अपेक्षाएं हैं. हमारी तारीफ करने वाले लोग पांच साल में जूते भी फेंकते हैं. पर आज मुझे भरोसा है कि पांच साल के अंदर यदि हम 100 फीसदी वादे पूरे नहीं कर सके, और यदि कम से कम 40 से 50 फीसदी भी वादे पूरे कर दिए तो यह बुरा नहीं होगा.’’