नयी दिल्ली : दिल्ली पुलिस के द्वारा कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से पूछताछ का मामला गरमा गया है. युथ कांग्रेस ने इसके विरोध में गृह मंत्री राजनाथ सिंह के घर के बाहर प्रदर्शन किया. कांग्रेस नेता मलिकार्जुन खरगे ने कहा कि इस प्रकार से पुलिस के द्वारा की गई कार्रवाई दुर्भाग्यपूर्ण है. पुलिस उन्हें ट्रेक करने की कोशिश कर रही है. वहीं भाजपा ने इस कार्रवाई पर चुटली ली है. भाजपा नेता सुधांशु तिवारी ने कहा है कि राहुल गांधी कहां है किसी को नहीं पता है. ऐसा लगता है कि उनकी गैर मौजूदगी में कांग्रेस की दिमागी हालत खराब हो गई है.
भाजपा ने मोदी सरकार पर राहुल गांधी की ‘‘राजनीतिक जासूसी’’ कराने के कांग्रेस के आरोप पर आज पलटवार किया और कहा कि विपक्षी पार्टी की ‘‘नियमित’’ मामलों में भी साजिश देखने की आदत है तथा वह खुद को कानून से उपर मानती है. इसके साथ ही भाजपा ने राहुल गांधी की अनुपस्थिति को लेकर भी सवाल खडे किए और कहा कि उनकी लगातार अनुपस्थिति से कांग्रेस इतना ‘‘परेशान’’ हो गयी है कि इससे पार्टी के नेताओं का ‘‘ मानसिक संतुलन खो’’ गया है तथा वे नहीं जानते है कि वे क्या कह रहे हैं. भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने राहुल गांधी की पुलिस जांच को वर्षों से की जा रही दिल्ली पुलिस की ‘‘नियमित गतिविधि’’ करार दिया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और भाजपा प्रमुख अमित शाह, वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के अलावा एम वीरप्पा मोइली, नरेश अग्रवाल और के चंद्रशेखर राव जैसे वरिष्ठ विपक्षी नेताओं के मामले में भी ऐसा किया गया था.
उन्होंने कहा, ‘‘ यह वर्षों से जारी नियमित गतिविधि है. अगर कांग्रेस इसे राजनीतिक मुद्दा बनाना चाहती है तो यह उनकी मानसिकता को दर्शाता है कि वह अपने को कानून से उपर मानती है.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं रह गया है और इसलिए वह राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए ऐसे मामलों से भी मुद्दा हासिल करने करने का प्रयास कर रही है. त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपने शासनकाल में भी जासूसी का सहारा लिया था जब तत्कालीन वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी की जासूसी की रिपोर्टें सामने आयी थीं लेकिन सरकार की ओर से कोई संतोषप्रद जवाब नहीं दिया गया था. भाजपा नेता ने कांग्रेस पर यह आरोप भी लगाया कि सिर्फ गुजरात में घटनाक्रम पर नजर रखने के लिए गृह मंत्रलय में एक विशेष अधिकारी की नियुक्ति की गयी थी. उन्होंने कहा, ‘‘ ऐसे मुद्दों पर राजनीति करना उनका चरित्र है.’’
त्रिवेदी ने राहुल गांधी पर भी निशाना साधा और कहा कि चुनावों के पहले और उसके बाद उन्होंने सिर्फ ‘‘नकारात्मक’’ वजहों से मीडिया में जगह बनायी तथा कुछ सकारात्मक कारण भी खोजने चाहिए तथा इसलिए आत्मचिंतन कर रहे हैं और ‘‘बुद्धिमत्ता हासिल करने’’ के बाद सामने आएंगे. उन्होंने कहा, ‘‘ राहुल गांधी के अता.पता के मुद्दे को हमने कभी मुद्दा नहीं बनाया. वह देश के एक महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं लेकिन देश को नहीं मालूम है कि वह कहां हैं. वह सांसद हैं लेकिन संसद को नहीं मालूम है कि वह कहां हैं.’’ भाजपा नेता ने कहा, ‘‘ वह एक पार्टी के उपाध्यक्ष हैं लेकिन उनकी पार्टी को उनके बारे में जानकारी नहीं है तथा उनका परिवार कुछ नहीं बोल रहा है. वह ऐसे व्यक्ति के समान हैं जो हर कांग्रेस सदस्य के दिल में हैं लेकिन दिखायी नहीं दे रहे हैं.’’ त्रिवेदी ने कांग्रेस पर इस तरह की जासूरी कराने की मानसिकता रखने का आरोप लगाया. इसके पहले कांग्रेस ने नरेन्द्र मोदी सरकार पर राहुल गांधी पर ‘‘राजनीतिक जासूसी’’ कराने का आरोप लगाया और दावा किया कि उनके स्टाफ ने दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी को उनके बारे में ‘‘अवांछित’’ पूछताछ करते पकडा था.