White House on Kash Patel removal from FBI director: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने प्रशासन के एक अहम पद पर भारतीय अमेरिकी काश पटेल को नामित किया है. वे फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन यानी FBI के निदेशक हैं. लेकिन पिछले कुछ समय से वे अपने पेशेवर काम से ज्यादा अन्य बातों के लिए चर्चा में रहे, ज्यादातर समय अपनी गर्लफ्रेंड को लेकर. बात इतनी ज्यादा बढ़ी कि उन्हें हटाने की रिपोर्ट आई. कहा गया कि राष्ट्रपति ट्रंप आने वाले महीनों में काश पटेल को हटाने पर विचार कर रहे हैं. बताया गया कि वे पटेल की नकारात्मक सुर्खियों को लेकर बेचैनी महसूस कर रहे हैं. इस पर व्हाइट हाउस ने प्रतिक्रिया दी है.
MS Now ने रिपोर्ट किया था कि काश पटेल इस बात को लेकर जांच के दायरे में हैं कि वह ब्यूरो के संसाधनों का किस तरह उपयोग कर रहे हैं. उनकी गर्लफ्रेंड को दी गई सुरक्षा व्यवस्था और सरकारी जेट के इस्तेमाल पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं. ट्रंप खेमे के भीतर भी पटेल पर आलोचना हो रही है, विशेषकर उनकी ट्रंप के अन्य सहयोगियों से झड़पों को लेकर. रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रंप और व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने अपने करीबी सहयोगियों को बताया है कि राष्ट्रपति यह विचार कर रहे हैं कि पटेल को हटाया जाए या नहीं.
रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि ट्रंप, FBI के शीर्ष अधिकारी एंड्र्यू बेली को नए निदेशक के रूप में नियुक्त करने पर विचार कर रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, पटेल कमजोर स्थिति में हैं और उनका पद से हटना पहले से कहीं अधिक संभव दिख रहा है. लेकिन मंगलवार को व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलाइन लेविट ने इस रिपोर्ट को गलत बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप FBI डायरेक्टर काश पटेल को हटाने पर विचार कर रहे हैं.
लेविट ने साझा की तस्वीर और कहा फेक न्यूज पर यकीन मत करो
लेविट ने रिपोर्ट का जवाब देने के लिए ओवल ऑफिस में ली गई एक तस्वीर साझा की, जिसमें ट्रंप पटेल के साथ मुस्कुराते हुए दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने एक्स पर लिखा कि रिपोर्ट प्रकाशित होने के समय वह उसी कमरे में मौजूद थीं. उन्होंने कहा कि यह खबर मनगढ़ंत है और ट्रंप इस हेडलाइन पर हंसे भी थे राष्ट्रपति और उनकी टीम पटेल के काम से पूरी तरह संतुष्ट हैं. लेविट के मुताबिक, ट्रंप ने कहा कि यह पूरी तरह गलत है. आओ काश, एक तस्वीर खिंचवाते हैं ताकि सबको दिखे कि तुम बेहतरीन काम कर रहे हो. लेविट ने अपनी पोस्ट का अंत ‘फेक न्यूज पर यकीन मत करो’ शब्दों से किया. व्हाइट हाउस ने कैरोलीना की इस पोस्ट को रीपोस्ट किया.
काश पटेल पर क्या आरोप लगे थे?
MS NOW आउटलेट ने तीन अनाम सूत्रों का हवाला देते हुए कहा था कि अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पैम बॉन्डी, पटेल और डैन बोंगिनो दोनों से नाराजगी महसूस कर रही हैं. मुख्य वजह यह बताई गई है कि पटेल अक्सर गलत समय पर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर देते हैं और मामलों में प्रगति होने पर समय से पहले ही डींग मार देते हैं. अधिकारियों का मानना है कि ऐसी पोस्ट चल रही जांचों को खतरे में डाल सकती हैं.
इसके अलावा, रिपोर्ट में कहा गया था कि बॉन्डी और डिप्टी अटॉर्नी जनरल टॉड ब्लैंच पटेल द्वारा करदाताओं के पैसों के संदिग्ध इस्तेमाल पर लगातार आ रही खबरों से भी परेशान हैं. पटेल के ऊपर आरोप है कि सरकारी जेट का इस्तेमाल डेट नाइट के लिए किया था, ताकि वह पेनसिल्वेनिया में स्टेट कॉलेज में अपनी गर्लफ्रेंड का प्रदर्शन देखने जा सकें. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि उन्होंने अपनी गर्लफ्रेंड की सुरक्षा के लिए एलीट SWAT टीम के एजेंटों को तैनात किया था.
हालांकि अब व्हाइट हाउस और उसकी प्रेस सचिव कैरोलाइन लेविट ने उस रिपोर्ट का खंडन किया है जिसमें दावा किया गया था कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप FBI डायरेक्टर काश पटेल को बर्खास्त करने पर विचार कर रहे हैं. पिछले हफ्ते ट्रंप ने फॉक्स न्यूज़ के ब्रायन किल्मेड से कहा था कि उन्हें काश पर भरोसा है, बहुत अधिक भरोसा और DOJ पर भी.
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